क्या मणिपुर में सुरक्षा बलों का संयुक्त अभियान उग्रवाद को खत्म कर पाएगा?

सारांश
Key Takeaways
- सुरक्षा बलों का संयुक्त अभियान मणिपुर में उग्रवादी गतिविधियों को रोकने के लिए है।
- चार उग्रवादी गिरफ्तार हुए हैं।
- बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।
- यह अभियान मणिपुर में शांति स्थापित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
- अभियान आगे भी जारी रहेगा।
मणिपुर, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय सेना और असम राइफल्स की टुकड़ियों ने मणिपुर पुलिस के सहयोग से 12 से 19 अक्टूबर के बीच कई क्षेत्रों में गुप्त संयुक्त अभियान चलाए। इस क्रम में चार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया और 12 हथियारों के साथ-साथ बड़ी मात्रा में युद्ध सामग्री भी बरामद की गई।
अधिकारियों ने बताया कि ये अभियान मणिपुर के फुबाला ममांग, मोइरांग, टॉप माखा लेइकाई, बिष्णुपुर, चंदेल, इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व जैसे क्षेत्रों में संचालित किए गए, जिससे पहाड़ी और घाटी-आधारित समूहों में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
12 अक्टूबर को सेना ने कोकिलबोन लेईकाई, मोइरांग और बिष्णुपुर क्षेत्र में पीएलए के कैडरों को पकड़ा। उनके पास से एक एके-47, एक एमपी9, एक डबल बैरल बंदूक, एक पिस्तौल और बुलेटप्रूफ प्लेट बरामद की गई।
इसके बाद 13 अक्टूबर को फुबाला ममांग पाट, बिष्णुपुर में एक संयुक्त अभियान के दौरान इंसास एलएमजी, एक सिंगल बैरल राइफल, एक चीनी ग्रेनेड और अन्य युद्ध सामग्री बरामद की गई। इसी दिन सेना ने बिष्णुपुर पुलिस के सहयोग से केइफा रोड क्षेत्र के पास से एक स्नाइपर राइफल, एक स्टेन गन और दो बुलेटप्रूफ जैकेट सहित अन्य युद्ध सामग्री बरामद की।
उन्होंने इम्फाल पश्चिम पुलिस कमांडो की सहायता से टॉप माखा लेइकाई और लम्फेल सुपर मार्केट क्षेत्रों में संयुक्त तलाशी अभियान चलाकर कंगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (पीपुल्स वार ग्रुप) और कंगलीपाक कम्युनिस्ट पार्टी (अपुनबा) के एक-एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया।
इसके अतिरिक्त, असम राइफल्स ने बीएसएफ और स्थानीय पुलिस की मदद से चंदेल जिले के एल. मिनौ में यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (प्रोग्रेसिव) के एक कैडर को गिरफ्तार किया और उसके पास से एक सफेद मशीन गन बरामद की।
16 अक्टूबर को कंगलेईपाक कम्युनिस्ट पार्टी (नोंगड्रेनखोम्बा) के एक अन्य कैडर को भी टेकचम मयाई लेइकाई क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। ये सफल संयुक्त अभियान मणिपुर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और उग्रवादी गतिविधियों पर नियंत्रण पाने की दिशा में सुरक्षा बलों की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। मणिपुर में शांति व्यवस्था स्थापित करने के उद्देश्य से ही यह अभियान चलाया जा रहा है।