क्या मणिपुर में एनएससीएन-आईएम नेता मुइवा की घर वापसी से पहले नागा संगठन ने माफी मांगने की मांग की?

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क्या मणिपुर में एनएससीएन-आईएम नेता मुइवा की घर वापसी से पहले नागा संगठन ने माफी मांगने की मांग की?

सारांश

एनएससीएन-आईएम के महासचिव थुइंगालेंग मुइवा की मणिपुर यात्रा से पहले, एक नागा संगठन ने उनसे माफी मांगने का आग्रह किया है। क्या यह यात्रा नागा समुदाय के लिए महत्वपूर्ण होगी?

Key Takeaways

  • मुइवा की मणिपुर यात्रा महत्वपूर्ण है।
  • जेडयूएफ की माफी मांगने की मांग राजनीतिक स्थिति को दर्शाती है।
  • नागा समुदाय में असंतोष बढ़ रहा है।
  • एनएससीएन (आई-एम) की गतिविधियाँ संदिग्ध हैं।
  • समुदाय की आवाज़ को सम्मानित करना ज़रूरी है।

इंफाल, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। एनएससीएन-आईएम के महासचिव थुइंगालेंग मुइवा की बहुप्रतीक्षित यात्रा से कुछ दिन पहले, एक नागा संगठन ने रविवार को उनसे 22 अक्टूबर को अपनी घर वापसी के दौरान नागा समुदाय से की गई अपनी पिछली गलतियों के लिए माफी मांगने का आग्रह किया।

नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालिम (एनएससीएन-आईएम) के सुप्रीमो इसाक-मुइवा गुट के मुइवा की मणिपुर के उखरुल जिले में स्थित उनके जन्मस्थान की 50 वर्षों में पहली बार प्रस्तावित यात्रा की तैयारियां चल रही थीं।

90 वर्षीय एनएससीएन-आईएम नेता के 22 अक्टूबर को तंगखुल, नागा-बहुल उखरुल जिले में स्थित अपने पैतृक गांव सोमदल का दौरा करने की उम्मीद है। जेलियांगरोंग यूनाइटेड फ्रंट (जेडयूएफ) ने एक बयान में कहा कि मुइवा नागाओं की आजादी के लिए एक मिशन पर निकलने के 55 साल बाद उखरुल जिले में स्थित अपने पैतृक गांव सोमदल का खाली हाथ दौरा करेंगे।

जेडयूएफ के सूचना एवं प्रचार सचिव, लुई गंगमेई ने एक बयान में कहा, "ऐसे व्यक्ति का महिमामंडन करने का कोई कारण नहीं था जिसने नागाओं को हर मोर्चे पर 'विफल' किया हो। मुइवा कई व्यक्तियों को निशाना बनाने के लिए व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार रहे हैं। उन्होंने नागा राष्ट्रवाद और संप्रभुता के नाम पर कई प्रमुख नेताओं की निर्मम हत्याओं का आदेश दिया। उन्होंने कराधान या भारतीय सेना से लड़ने के नाम पर गांवों में आगजनी का आदेश दिया, और ये सभी बलिदान आम नागाओं ने दिए।"

जेडयूएफ ने कहा कि मणिपुर के नागा बहुल इलाकों में आम लोग तब परेशान हो रहे हैं जब मुइवा और उनके करीबी सहयोगी "एक अंतरराष्ट्रीय गंतव्य से दूसरे गंतव्य की ओर भाग रहे हैं।" संगठन ने कहा कि एनएससीएन (आई-एम) नेता को "वर्षों में की गई सभी गलतियों के लिए नागाओं से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।"

नागा संगठन ने कहा कि रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि एनएससीएन (आई-एम) ने जेलियानग्रोंग इलाकों में पहले ही शिविर स्थापित कर लिए हैं ताकि वे क्षेत्र पर नियंत्रण कर सकें, जबरन वसूली कर सकें, और राष्ट्रीय राजमार्ग तथा ट्रांस-एशियन रेलवे पर अवैध कर लगा सकें।

—राष्ट्र प्रेस

एससीएच

Point of View

यह स्पष्ट है कि मुइवा की यात्रा और नागा संगठन की माफी मांगने की मांग, इस क्षेत्र में चल रहे संघर्ष और नागा समुदाय के बीच की राजनीतिक स्थिति को उजागर करती है। देश के लिए यह आवश्यक है कि हम इस मुद्दे को समझें और नागा समुदाय के अधिकारों और उनकी आवाज़ को महत्वपूर्ण मानें।
NationPress
19/10/2025

Frequently Asked Questions

मुइवा की यात्रा का उद्देश्य क्या है?
मुइवा की यात्रा का उद्देश्य अपने पैतृक गांव सोमदल लौटना और नागा समुदाय से माफी मांगना है।
जेडयूएफ का क्या कहना है?
जेडयूएफ का कहना है कि मुइवा को नागाओं से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
एनएससीएन (आई-एम) का क्या प्रभाव है?
एनएससीएन (आई-एम) ने क्षेत्र में नियंत्रण स्थापित करने के लिए शिविर स्थापित किए हैं।