क्या मनमोहन सिंह के आर्थिक सुधारों ने नए अवसरों के द्वार खोले?

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क्या मनमोहन सिंह के आर्थिक सुधारों ने नए अवसरों के द्वार खोले?

सारांश

डॉ. मनमोहन सिंह की जयंती पर देशभर में उन्हें याद किया गया है। कांग्रेस के नेताओं ने उनके योगदान को प्रेरणा का स्रोत बताया है और उनके आर्थिक सुधारों की सराहना की है। जानें कैसे उनकी नीतियों ने भारत को नई दिशा दी।

Key Takeaways

  • समावेशी विकास के प्रति डॉ. सिंह का दृष्टिकोण
  • आर्थिक सुधारों का प्रभाव
  • ईमानदारी और निष्पक्षता का महत्व
  • मध्यम वर्ग का निर्माण
  • राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा

नई दिल्ली, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह की जयंती पर शुक्रवार को पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। कांग्रेस के अनेक नेताओं ने उनके योगदान को स्मरण करते हुए उनके जीवन को प्रेरणा का प्रतीक बताया।

कांग्रेस ने उन्हें 21वीं सदी के भारत के स्वर्णिम युग का निर्माता करार देते हुए उनकी समावेशी विकास और राजनीतिक शुचिता की विरासत को सम्मानित किया।

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "हम राष्ट्र निर्माण में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को याद करते हैं। वे भारत के आर्थिक परिवर्तन के एक सौम्य निर्माता थे। विनम्रता और बुद्धिमत्ता के धनी, वे शांत और गरिमापूर्ण व्यवहार करते थे और अपने कार्यों से अपनी बातों को अधिक प्रभावशाली बनाते थे। आर्थिक सुधारों के उनके दृष्टिकोण ने अवसरों के नए द्वार खोले, एक समृद्ध मध्यम वर्ग का निर्माण किया और अनगिनत परिवारों को गरीबी से बाहर निकाला।''

उन्होंने लिखा कि वे निष्पक्षता और समावेशिता में गहराई से विश्वास करते थे और यह सुनिश्चित करते थे कि लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले कल्याणकारी उपायों के माध्यम से विकास और करुणा साथ-साथ चलें। उनके नेतृत्व ने हमें दिखाया कि सार्वजनिक जीवन में ईमानदारी न केवल संभव है, बल्कि शक्तिशाली भी है।

उन्होंने कहा कि भारत की पीढ़ियों के लिए, वे ईमानदारी, बुद्धिमत्ता और राष्ट्र के प्रति निस्वार्थ सेवा के एक चिरस्थायी प्रतीक बने रहेंगे। एक मजबूत और अधिक समावेशी भारत की आकांक्षाओं में उनकी विरासत जीवित रहेगी। उनकी जयंती पर हमारी विनम्र श्रद्धांजलि

लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने पोस्ट करके लिखा, "भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की जयंती पर उन्हें मेरा सादर नमन। राष्ट्र निर्माण के प्रति उनकी अटूट निष्ठा, गरीबों और वंचितों के लिए उनके साहसिक निर्णय, और मजबूत अर्थव्यवस्था के निर्माण में उनका ऐतिहासिक योगदान हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। उनकी सादगी, विनम्रता और ईमानदारी हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।"

कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "भारत के पूर्व प्रधानमंत्री एवं महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह की जयंती पर सादर नमन। उनके प्रधानमंत्री रहते हुए, उनके दिशा-निर्देशों में कार्य करने और उनसे सीखने का अवसर मेरे जीवन की अमूल्य धरोहर है। उनका सरल स्वभाव, दूरदर्शी नेतृत्व और राष्ट्रहित के प्रति समर्पण हम सबके लिए सदैव प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।"

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर अपनी भावनाओं को जाहिर किया।

बिहार कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने दूरदर्शी नेतृत्व से देश को ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों की नई दिशा दिखाई। उनके समावेशी और प्रगतिशील सोच ने 21वीं सदी के भारत को स्वर्णिम अध्याय प्रदान किया। उनकी जयंती पर हम उनके अमूल्य योगदान और प्रेरणादायी विरासत को श्रद्धापूर्वक नमन करते हैं।"

बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "महान अर्थशास्त्री और भूतपूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय डॉ. मनमोहन सिंह की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन करता हूं। डॉ. साहब का संपूर्ण जीवन राष्ट्र की सेवा और भारत की आर्थिक समृद्धि के लिए समर्पित रहा।"

Point of View

बल्कि समाज में समावेशिता को भी सुनिश्चित किया। उनके दृष्टिकोण ने हमें दिखाया है कि सही नेतृत्व से एक मजबूत और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण संभव है।
NationPress
26/09/2025

Frequently Asked Questions

डॉ. मनमोहन सिंह का सबसे बड़ा योगदान क्या है?
डॉ. मनमोहन सिंह का सबसे बड़ा योगदान भारत के आर्थिक सुधारों की नींव रखना है, जिसने देश को वैश्विक अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।
कांग्रेस ने डॉ. मनमोहन सिंह को कैसे याद किया?
कांग्रेस ने डॉ. मनमोहन सिंह को 21वीं सदी के भारत का निर्माता बताया और उनके समावेशी विकास और राजनीतिक शुचिता की विरासत को सम्मानित किया।