क्या धर्म के नाम पर देश नहीं चलेगा? जनता अब बदलाव के लिए तैयार: मनोज कुमार

सारांश
Key Takeaways
- धर्म के नाम पर राजनीति नहीं चलेगी।
- बिहार के युवा बेरोजगार हैं।
- शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।
- कांग्रेस सभी धर्मों का सम्मान करती है।
- बदलाव का समय आ गया है।
नई दिल्ली, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के सासाराम लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय रखी। उन्होंने कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री की 'हिंदू राष्ट्र' संबंधी टिप्पणी पर तीखा हमला करते हुए भाजपा और इसके समर्थकों पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया।
धीरेन्द्र शास्त्री ने बिहार को सबसे पहले हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कही थी, जिस पर मनोज कुमार ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या भारत केवल भगवा रंग से बना है? तिरंगा हमारा राष्ट्रीय ध्वज है, जिसमें तीन रंग हैं और वही हमारी विविधता और एकता का प्रतीक है। ये लोग केवल भगवा की बात करते हैं, अन्य रंगों को क्यों भूल जाते हैं? धीरेन्द्र शास्त्री की सभाओं की प्रासंगिकता पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि ये सभाएं मुफ्त में नहीं होतीं। बिना पैसे के ये नहीं जाते। ये अब आध्यात्मिक गुरु नहीं, बल्कि सरकार के प्रचारक बन गए हैं। चुनाव के समय ही इनकी सभाएं होती हैं।
मनोज कुमार ने कहा कि यदि धीरेन्द्र शास्त्री वास्तव में समाज सेवा करना चाहते हैं, तो उन्हें धर्म और जाति के बजाय शिक्षा, स्वास्थ्य और बेरोजगारी पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। बिहार के युवा बेरोजगार हैं। शिक्षा व्यवस्था दयनीय है। आप इतने धन से एक बड़ा अस्पताल बनाएं, स्कूल खोलें। लेकिन आप तो केवल हिंदू-मुस्लिम की बात करते हैं। आप प्रचार करते रहिए, लेकिन बिहार की जनता मूर्ख नहीं है। जवाब ज़रूर देगी। धीरेन्द्र शास्त्री जैसे लोग बिहार की धरती और लोकतंत्र की मूल भावना को नहीं समझते। बिहार आईएएस, आईपीएस और स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी रहा है। आप जैसे प्रचारक बिहार को नहीं समझ सकते। यह प्रदेश बदलाव की नींव रखेगा।
शशि थरूर के हालिया बयान, "हिंदू होने पर गर्व है," पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि क्या थरूर जी को अब कहना पड़ेगा कि वे हिंदू हैं? देश उन्हें जानता है। हम सभी को अपने धर्म पर गर्व है, लेकिन किसी को साबित करने की आवश्यकता नहीं। कांग्रेस सभी धर्मों और जातियों को साथ लेकर चलती है। मैं भी हिंदू हूं, लेकिन मैं धर्म को राजनीति का औजार नहीं बनाता। भारत सबका देश है—हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी भाई-भाई हैं। देश को तोड़ने वालों के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे।
हमारी जड़ें मजबूत हैं, लेकिन कभी-कभी फसल अच्छी नहीं होती। सलमान खुर्शीद के इस बयान पर उन्होंने कहा कि हम राहुल गांधी जी के सिपाही हैं। कभी-कभी फसल कमजोर होती है, लेकिन हमारी जड़ें मजबूत हैं। जो समय आ रहा है, वह कांग्रेस की फसल का समय होगा—एकजुटता, विकास और बदलाव की फसल। आज जो धर्म और जाति के नाम पर नफरत फैलाई जा रही है, वह ज्यादा दिन नहीं चलेगी। लोग विकास और रोजगार की बात करेंगे, और कांग्रेस उस उम्मीद की किरण बनेगी।