क्या राहुल गांधी घुसपैठियों को वोटर बनाना चाहते हैं?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी पर घुसपैठियों को वोटर बनाने का आरोप।
- निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता की आवश्यकता।
- शिक्षा मंत्री ने निपुण शाला का उद्घाटन किया।
- प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर सेवा पखवाड़ा मनाया गया।
- शिक्षा में सुधार के लिए सरकार की नई पहल।
नई दिल्ली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद मनोज तिवारी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह घुसपैठियों को वोटर बनवाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां सभी लोग एक साथ रहते हैं, लेकिन घुसपैठियों के लिए यहां कोई स्थान नहीं है। चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के इस प्रयास को सिरे से खारिज कर दिया है, और उनके आरोपों पर आयोग का उत्तर सही है।
मनोज तिवारी ने यह भी सवाल उठाया कि यदि राहुल गांधी के आरोपों में सच्चाई है, तो उन्होंने चुनाव आयोग को शपथपत्र (एफिडेविट) क्यों नहीं सौंपा। यदि उनके दावे गलत साबित हुए, तो उनकी संसद सदस्यता खतरे में पड़ सकती है। बिना सबूत के ऐसे बयानों से हमारे लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि एसआईआर एक सामान्य चुनावी प्रक्रिया है, जो देश के सभी राज्यों में लागू होती है। दिल्ली इस मामले में देश से अलग नहीं है।
वहीं, दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने गुरुवार को जनकपुरी स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय में शहर की पहली 'निपुण शाला' का उद्घाटन किया। यह उद्घाटन सरकार की निपुण संकल्प योजना के तहत किया गया, जिसका उद्देश्य स्कूली बच्चों में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल में सुधार करना है।
इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के अवसर पर हुआ, जिसे 'सेवा पखवाड़ा' के रूप में मनाया जाता है।
इस दौरान आशीष सूद ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के अवसर पर मनाए जा रहे सेवा पखवाड़े के अंतर्गत हमने सर्वोदय कन्या विद्यालय सी3 नंबर-1 में एक निपुण शाला का उद्घाटन किया है। इससे छात्राओं की बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता में सुधार होगा। निपुण शाला के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था में बदलाव लाना है। हमारा लक्ष्य हर स्कूल को निपुण-प्रमाणित स्कूल बनाना है।"