क्या श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकार की पहली जिम्मेदारी है? : सीएम पुष्कर सिंह धामी

सारांश
Key Takeaways
- श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है।
- भीड़ प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए उपाय किए जा रहे हैं।
- घायलों और मृतकों के परिजनों को वित्तीय सहायता दी जाएगी।
- घटना की मजिस्ट्रियल जांच शुरू हो चुकी है।
- सरकार ने टोल-फ्री नंबर जारी किया है।
हल्द्वानी, 28 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में हुई घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों, इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को हल्द्वानी में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि मनसा देवी मंदिर का हादसा अत्यंत दुखद है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि भविष्य में किसी भी धार्मिक स्थल पर ऐसी घटनाएं न हों।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में कई धार्मिक स्थल हैं, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। धार्मिक स्थलों पर भीड़ प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
सीएम धामी ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर क्षमता के अनुसार ही लोगों को दर्शन करने की अनुमति दी जाएगी। साथ ही, जहां भी धार्मिक स्थल हैं, वहां ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
एक दिन पहले, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मनसा देवी मंदिर में घायलों से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि सभी घायलों का उचित उपचार सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए एक टोल-फ्री नंबर जारी किया गया है और सभी के परिवारों से संपर्क किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी बताया कि घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्माओं को शांति मिले। पीड़ित परिवारों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं। प्रदेश सरकार द्वारा मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।