क्या चमोली में मंत्री ने सेना के जवानों और ग्रामीणों से मुलाकात की? डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने का दिया संदेश
सारांश
Key Takeaways
- गणेश जोशी ने माणा गांव का दौरा किया।
- सेना के जवानों की वीरता की सराहना की।
- स्थानीय लोगों को डिजिटल लेनदेन के लिए प्रेरित किया।
- महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए योजनाओं पर चर्चा की।
- स्थानिक विकास के लिए राज्य सरकार के प्रयासों को बताया।
चमोली, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तराखंड के ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने गुरुवार को चमोली के माणा गांव का दौरा किया, जो देश का पहला गांव है। उनके माणा पहुंचने पर उन्होंने भारतीय सेना के जवानों से मिलकर उनका हालचाल जाना। मंत्री जोशी ने जवानों की वीरता और सेवा भावना की प्रशंसा की और कहा कि उनके योगदान से देश की सुरक्षा में कोई तुलना नहीं।
इसके बाद, मंत्री जोशी ने माणा बाजार का दौरा किया, जहाँ उन्होंने स्थानीय दुकानदारों, तीर्थयात्रियों और गाँववासियों से बातचीत की। उन्होंने यात्रा व्यवस्था और सुविधाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
माणा बाजार में मंत्री ने स्थानीय उत्पादों की खरीदारी की और डिजिटल पेमेंट के माध्यम से भुगतान किया। उन्होंने स्थानीय लोगों को डिजिटल लेनदेन को अपनाने के लिए प्रेरित किया, जिससे व्यापार में पारदर्शिता और सुविधा में सुधार होगा।
मंत्री जोशी ने डिजिटल पेमेंट के फायदों पर बात करते हुए अधिक से अधिक लोगों को इसे अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि माणा गांव को देश का पहला गांव बनने का गौरव प्राप्त है। माणा के लोग अपनी संस्कृति, परंपरा और देशभक्ति के लिए पूरे उत्तराखंड में प्रेरणा स्रोत हैं।
मंत्री जोशी ने क्षेत्र में पर्यटन और स्थानीय आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की बात की।
उन्होंने महिलाओं के सशक्तीकरण पर भी ध्यान केंद्रित किया और बताया कि राज्य सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अनेक योजनाओं पर काम कर रही है। अब तक 1.65 लाख से अधिक महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जा चुका है, जो राज्य सरकार के महिला सशक्तीकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस दौरान, मंत्री जोशी ने बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कार्यरत श्रमिकों से मिलकर उन्हें मिठाई खिलाकर प्रोत्साहित किया। उन्होंने श्रमिकों के कठिन कार्य की सराहना की और कहा कि कठोर परिस्थितियों में भी उनका समर्पण प्रशंसनीय है।