क्या मंत्री पंकजा मुंडे की पहल पर महाराष्ट्र के परली शहर में 'महापशुधन एक्सपो 2025' का आयोजन होगा?
सारांश
Key Takeaways
- महापशुधन एक्सपो 2025 का आयोजन परली में होगा।
- राज्य सरकार ने इस आयोजन के लिए 5 करोड़ 84 लाख रुपए की मंजूरी दी है।
- यह प्रदर्शनी पशुपालकों को नई तकनीकें प्रदान करेगी।
- इसमें विभिन्न नस्लों के प्रजनकों का प्रदर्शन किया जाएगा।
- कार्यक्रम पशुपालन आयुक्त के मार्गदर्शन में होगा।
मुंबई, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राज्य की पशुपालन एवं पर्यावरण मंत्री पंकजा मुंडे की पहल पर परली को एक ऐतिहासिक सम्मान प्राप्त हुआ है। परली के इतिहास में पहली बार एक राष्ट्रीय स्तर की भव्य पशुधन प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन 'महापशुधन एक्सपो 2025' के रूप में परली वैजनाथ में 10 से 12 दिसंबर तक होने जा रहा है, जो पशुपालकों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर माना जा रहा है।
राज्य सरकार ने इस प्रदर्शनी के लिए 5 करोड़ 84 लाख रुपए की मंजूरी दी है और इसके लिए आधिकारिक आदेश भी जारी हो चुका है।
भारत का पशुधन क्षेत्र दुनिया में सबसे बड़ा है और भारत में पशुधन का 11.6 प्रतिशत हिस्सा है। पशुपालन को किसानों की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। महाराष्ट्र में, पशुपालन से किसानों को एक निश्चित आय प्राप्त होती है, और जिन क्षेत्रों में यह व्यवसाय मुख्य रूप से किया जाता है, वहां आत्महत्या की दर अपेक्षाकृत कम पाई गई है।
राज्य के विकास में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्रों की हिस्सेदारी कम है, इसलिए वहां के किसानों और पशुपालकों को प्रोत्साहित करना आवश्यक है। इसी पृष्ठभूमि में पशुपालन मंत्री पंकजा मुंडे की पहल पर परली में अखिल भारतीय पशुपालन प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। यह प्रदर्शनी पशुपालकों को नई तकनीक, उत्पादन क्षमता और प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी।
इस प्रदर्शनी में राज्य और राज्य के बाहर के विभिन्न नस्लों के प्रजनकों और उत्कृष्ट पशुधन को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही, पशुपालन क्षेत्र के पेशेवरों, विशेषज्ञों और विभिन्न संगठनों के स्टॉल लगाए जाएंगे, जिससे पशुपालकों को नवीनतम तकनीक, उपकरणों और नए अवसरों की जानकारी मिलेगी। कार्यक्रम की संपूर्ण योजना और कार्यान्वयन पशुपालन आयुक्त के मार्गदर्शन में किया जाएगा। परली वैजनाथ में आयोजित होने वाला यह 'महापशुधन एक्सपो 2025' राज्य के पशुपालकों, उद्योग, शोधकर्ताओं और आम नागरिकों के लिए एक प्रेरणादायक और ऐतिहासिक आयोजन होगा।