क्या मतदाता सूची को पारदर्शी तरीके से तैयार किया जाता है? महाराष्ट्र चुनाव आयोग ने डेटा साझा किया

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क्या मतदाता सूची को <b>पारदर्शी तरीके</b> से तैयार किया जाता है? <b>महाराष्ट्र चुनाव आयोग</b> ने डेटा साझा किया

सारांश

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासत में गर्मी है। कांग्रेस और विपक्षी दलों के सवालों पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची को पारदर्शी तरीके से तैयार किया जा रहा है। जानें इस पर पूरी जानकारी।

Key Takeaways

  • मतदाता सूची को पारदर्शी तरीके से तैयार किया जाता है।
  • कांग्रेस सहित सभी मान्यता प्राप्त दलों को सूचनाएं प्रदान की जाती हैं।
  • 19,27,508 दावे और आपत्तियां प्राप्त हुईं हैं।
  • राहुल गांधी को चुनाव आयोग से चर्चा का निमंत्रण मिला है।
  • मतदाता सूची में गलत जोड़-घटाव के खिलाफ अपील संभव है।

मुंबई, 24 जून (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर कांग्रेस सहित विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए सवालों के बीच सियासत गरमाई हुई है। इस संदर्भ में महाराष्ट्र के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने एक महत्वपूर्ण बयान जारी किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची को पारदर्शी तरीके से तैयार किया जाता है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चुनाव से संबंधित डेटा साझा किया है। उन्होंने लिखा, "मतदाता सूचियां पारदर्शी तरीके से तैयार की जाती हैं और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ उनकी प्रतियां साझा की गई हैं।"

आगे, उन्होंने बताया कि "मतदाता सूची पारदर्शी तरीके से तैयार की जाती है और इसकी प्रतियां सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को दी जाती हैं। 2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले हुए द्वितीय विशेष संक्षिप्त संशोधन-2024 के दौरान, सभी 288 विधानसभा क्षेत्रों की प्रारंभिक और अंतिम मतदाता सूचियों की प्रतियां सभी मान्यता प्राप्त दलों, जिसमें कांग्रेस (आईएनसी) भी शामिल है, उनके प्रतिनिधियों को सौंपी गई हैं। कांग्रेस को सूची सौंपने की तारीखें साझा की गई हैं, जो लिस्ट में देखी जा सकती हैं।"

उन्होंने आगे कहा, "प्रारंभिक और अंतिम सूची प्रकाशन के बीच 19,27,508 दावे और आपत्तियां प्राप्त हुईं, जिन पर विचार किया गया। कानून के अनुसार, मतदाता सूची में गलत जोड़ या हटाए जाने के खिलाफ अपील की जा सकती है, लेकिन केवल 89 अपीलें ही प्राप्त हुईं।"

मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने यह भी कहा कि प्रत्येक जिले की प्रारंभिक मतदाता सूची कांग्रेस को अलग-अलग तारीखों में दी गई। प्रारंभिक और अंतिम सूची के बीच 19,27,508 दावे और आपत्तियां आईं, जिन पर विचार किया गया। इनमें से कांग्रेस ने अलग-अलग जिलों में दावों और आपत्तियों पर फैसले 30.08.2024 से 14.09.2024 के बीच लिए हैं।

इससे पहले, चुनाव आयोग ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 पर चर्चा की मांग का जवाब दिया था। उन्होंने राहुल गांधी को चुनाव आयोग के साथ बातचीत के लिए निमंत्रण दिया। आयोग ने कहा कि चुनाव आयोग आपसे व्यक्तिगत रूप से मिलने और सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए भी तैयार है।

Point of View

यह कहना उचित है कि मतदाता सूची की पारदर्शिता लोकतंत्र के लिए अनिवार्य है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी का यह बयान एक सकारात्मक कदम है, और इससे चुनावी प्रक्रिया में विश्वास बढ़ता है। सभी दलों को समान अवसर मिलना चाहिए, जिससे लोकतंत्र का मूल्य सशक्त हो सके।
NationPress
24/06/2025

Frequently Asked Questions

मतदाता सूची को कैसे तैयार किया जाता है?
मतदाता सूची को पारदर्शी तरीके से तैयार किया जाता है और यह सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ साझा की जाती है।
क्या कांग्रेस को मतदाता सूची की प्रतियां मिली हैं?
हाँ, कांग्रेस को मतदाता सूची की प्रतियां विभिन्न तारीखों पर प्रदान की गई हैं।
क्या मतदाता सूची में आपत्तियों का समाधान किया गया है?
जी हाँ, प्रारंभिक और अंतिम सूची प्रकाशन के बीच 19,27,508 दावे और आपत्तियां प्राप्त हुईं हैं जिन पर विचार किया गया।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग से क्या मांग की थी?
उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 पर चर्चा की मांग की थी और चुनाव आयोग ने उन्हें बातचीत के लिए निमंत्रित किया।
क्या मतदाता सूची में गलत जोड़-घटाव के खिलाफ अपील की जा सकती है?
जी हाँ, कानून के अनुसार, मतदाता सूची में गलत जोड़ या हटाए जाने के खिलाफ अपील की जा सकती है।