क्या मथुरा में 6 मकानों के गिरने की घटना के पीछे किसी की लापरवाही है?

सारांश
Key Takeaways
- मथुरा में 6 मकानों का गिरना एक गंभीर घटना है।
- प्रशासन ने पीड़ितों की सहायता के लिए तत्परता दिखाई।
- आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
- स्थानीय विधायक ने सख्त कार्रवाई की बात कही है।
- घटना ने सुरक्षा मानकों पर सवाल उठाए हैं।
मथुरा, 16 जून (राष्ट्र प्रेस) । उत्तर प्रदेश के मथुरा में 6 मकानों के गिरने की गंभीर घटना में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। मथुरा के जिलाधिकारी सीपी सिंह ने इस बात की पुष्टि की है कि पीड़ित परिवारों की सहायता की जा रही है। रविवार को मथुरा के गोविंदनगर थाना क्षेत्र में एक टीले पर स्थित मकान ढहने से 3 लोगों की जान गई थी।
जिलाधिकारी सीपी सिंह ने न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। मृतकों में एक 35 वर्षीय व्यक्ति और दो छोटी बच्चियाँ शामिल थीं। इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को आवश्यक सहायता प्रदान की और उन्हें शेल्टर भी उपलब्ध कराया गया है। साथ ही, रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन बरसात के चलते मलबे को हटाने में कठिनाई आ रही है।
आरोप है कि टीले पर अवैध खुदाई का कार्य चल रहा था। एक व्यक्ति दीवार बनाते समय टीले की मिट्टी को हटा रहा था, जिसके चलते उपरी मकान ढह गए। घटना के बाद, लोगों में आक्रोश था और महिलाओं ने आरोपी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
हादसे के बाद पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची। मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया गया, जिसके परिणामस्वरूप तीन शव बरामद हुए।
स्थानीय विधायक श्रीकांत शर्मा ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता बताई।
श्रीकांत शर्मा ने "एक्स" पर एक पोस्ट में लिखा, "मथुरा के कच्ची सड़क क्षेत्र में मकानों के गिरने से हुई यह घटना अत्यंत दुखद है। हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं और इस दिल दहलाने वाली घटना में जिनकी जान गई है, उनके परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।"