क्या मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने योगाभ्यास कर दैनिक जीवन में इसके अपनाने पर जोर दिया?

सारांश
Key Takeaways
- योग का अभ्यास मानसिक शांति के लिए आवश्यक है।
- मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन ने योग को सभी के लिए लाभकारी बताया।
- योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए।
- सरकार और संगठनों को योग के प्रचार में सहयोग करना चाहिए।
बरेली, 21 जून (राष्ट्र प्रेस)। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने ग्रांड मुफ्ती हाउस दरगाह आला हजरत पर मदरसे के छात्रों के साथ योगाभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने योग के महत्व को उजागर करते हुए इसे दैनिक जीवन का अनिवार्य हिस्सा बनाने की अपील की।
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने बताया कि योग न केवल शारीरिक सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह मानसिक शांति को भी बढ़ावा देता है।
इस विशेष कार्यक्रम में दर्जनों मदरसा छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। योग सत्र की शुरुआत प्राणायाम और सूर्य नमस्कार से हुई, जिसके बाद विभिन्न आसनों का अभ्यास किया गया।
मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन ने स्वयं योग आसनों का प्रदर्शन कर छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “योग एक प्राचीन भारतीय परंपरा है, जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करता है। इसे प्रतिदिन करना चाहिए, क्योंकि इससे न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है।”
उन्होंने योग को धार्मिक सीमाओं से परे बताते हुए कहा कि यह सभी समुदायों के लिए समान रूप से लाभकारी है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि योग का अभ्यास किसी भी धर्म या मजहब के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह मानवता को जोड़ने वाली एक विधा है।
उन्होंने सरकार और सामाजिक संगठनों से अपील की कि वे ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में योग के प्रचार-प्रसार के लिए विशेष प्रयास करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसके लाभ उठा सकें।
इस बीच, बरेली में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। बरेली कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में योगी सरकार के राज्यमंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री जेपीएस राठौर, स्थानीय सांसद छत्रपाल सिंह गंगवार, मेयर उमेश गौतम, विधायकों, डीएम अविनाश सिंह, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. अभिषेक सिंह समेत अनेक लोगों ने भाग लिया।