क्या मायावती ने राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के दलित छात्रों की चिंता जताई, सीएम योगी से की अपील?

सारांश
Key Takeaways
- छात्रवृत्ति की समस्या पर मायावती ने आवाज उठाई।
- लखनऊ स्थित समाज कल्याण विभाग की लापरवाही का आरोप।
- सीएम योगी से समाधान की अपील।
लखनऊ, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के छात्रों की छात्रवृत्ति से संबंधित समस्या को उठाया। इस अवसर पर उन्होंने लखनऊ स्थित समाज कल्याण विभाग पर असंवेदनशीलता और लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने सीएम योगी से इस समस्या के समाधान की अपील की।
मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय, अलीगढ़ से जुड़ी कई जिलों के दर्जनों कॉलेजों के हजारों एससी/एसटी वर्ग के छात्र-छात्राओं की छात्रवृत्ति का सरकारी स्तर पर समय पर निपटारा न होने से उनके भविष्य पर खतरा मंडरा रहा है।"
उन्होंने कहा, "प्राप्त जानकारी के अनुसार, विश्वविद्यालय और जिला प्रशासन द्वारा भी इस संबंध में बार-बार पत्राचार के बावजूद लखनऊ स्थित समाज कल्याण विभाग की असंवेदनशीलता और लापरवाही के कारण लगभग 3,500 दलित छात्र-छात्राओं के शिक्षण जीवन पर गंभीर संकट उपस्थित है।"
बसपा सुप्रीमो ने कहा, "चूंकि सीएम योगी आदित्यनाथ के विशेष प्रयासों से ही अलीगढ़ का यह विश्वविद्यालय स्थापित हुआ है, इसके सुचारु संचालन में सही रुचि लेकर खासकर हजारों दलित छात्रों की इस गंभीर समस्या का समाधान वे तत्काल निकालेंगे, ऐसी उम्मीद है।"
बता दें कि राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षाविद्, और समाज सुधारक राजा महेंद्र प्रताप सिंह की स्मृति में की गई है। उन्होंने 1915 में अफगानिस्तान में भारत की पहली अंतरिम सरकार बनाई थी।
राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय का उद्देश्य शिक्षा, अनुसंधान और तकनीकी विकास को बढ़ावा देना है। इसका शिलान्यास 14 सितंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। यह विश्वविद्यालय अलीगढ़ मंडल के कई डिग्री कॉलेजों को संबद्धता प्रदान करता है।