क्या मिजोरम पुलिस ने 11 करोड़ रुपए से ज्यादा की नशे की खेप जब्त की?

सारांश
Key Takeaways
- 11 करोड़ रुपए से अधिक की नशीली खेप जब्त की गई।
- सैतुअल और चंपाई जिलों में कार्रवाई हुई।
- मिजोरम की सबसे बड़ी हेरोइन जब्ती।
- 27 वर्षीय आरोपी गिरफ्तार।
- नशामुक्त मिजोरम की दिशा में कदम।
आइजोल, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मिजोरम पुलिस ने नशा विरोधी मुहिम के तहत एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की, जिसमें 11 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के नशीले पदार्थ जब्त किए गए। यह कार्रवाई सैतुअल और चंपाई जिलों में दो अलग-अलग ऑपरेशनों के दौरान की गई।
सैतुअल पुलिस ने 18 सितंबर को एक वाहन से 15 किलोग्राम हेरोइन बरामद की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 4.3 करोड़ रुपए है।
शुरुआत में पुलिस को वाहन के स्पेयर व्हील में 6 किलो हेरोइन छिपी हुई मिली थी, लेकिन जब इस मामले की गहन जांच की गई (एएसपी पु रोकिमा और आईपीएस अधिकारी पु अरुण बलगोत्रा के नेतृत्व में), तब पूरे वाहन से अतिरिक्त 9 किलोग्राम हेरोइन और बरामद हुई। पुलिस का मानना है कि यह मिजोरम के इतिहास की सबसे बड़ी हेरोइन जब्ती है।
सैतुअल ऑपरेशन के अगले ही दिन, 19 सितंबर को चंपाई पुलिस ने एक और बड़ी सफलता हासिल की। पुलिस ने 70.2 किलोग्राम मेथामफेटामिन (लगभग 6.56 लाख टैबलेट्स) जब्त की, जिसकी अनुमानित कीमत 9.12 करोड़ रुपए है।
यह कार्रवाई जोखावथर पुलिस से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर की गई। पूरा ऑपरेशन एसआई लालहुनथारा और उप पुलिस अधीक्षक (प्रोबी) पी लालरिनजुआली के नेतृत्व में एसडीपीओ विवेक कुमार मौर्य (आईपीएस) की निगरानी में चलाया गया।
इस ऑपरेशन में पुलिस ने 27 वर्षीय आरोपी लालनुनथारा, निवासी दिंथर वेंग, चंपाई को गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ एनडी एंड पीएस एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया गया है।
चंपाई ऑपरेशन की सफलता में बुलफेकजॉल और ह्रुआइकॉन पुलिस यूनिट्स के साथ-साथ दोनों गांवों के एनजीओ नेताओं की समय पर दी गई जानकारी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
मिजोरम पुलिस की यह ताबड़तोड़ कार्रवाई राज्य में बढ़ते नशे के नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी चेतावनी मानी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे अभियान और भी तेज किए जाएंगे ताकि राज्य को नशामुक्त बनाया जा सके।