क्या महाराष्ट्र में जीएसटी रिफॉर्म का स्वागत किया गया है?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी रिफॉर्म से कीमतों में कमी आएगी।
- आम जनता को बचत उत्सव का लाभ मिलेगा।
- स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील की गई है।
- नए नियम 22 सितंबर से लागू होंगे।
- व्यापार के अवसर बढ़ेंगे।
रत्नागिरी, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण से महाराष्ट्र के निवासियों में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ। उन्होंने देशवासियों से बचत उत्सव
रत्नागिरी जिले के खेड के निवासी सचिन करवा ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट में 12 लाख तक की आयकर छूट देने और अब मोदी सरकार के जीएसटी-2 रिफॉर्म के निर्णय का दिल से स्वागत किया है।
उन्होंने कहा कि इस रिफॉर्म से रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में उल्लेखनीय कमी आएगी, जिससे आम आदमी को बड़ी राहत मिलेगी। इसे 'बचत उत्सव' का नाम भी दिया गया है। जीएसटी में जो प्रारंभिक कठिनाइयां थीं, वे अब समाप्त हो जाएंगी और व्यापार के अवसर भी बढ़ेंगे।
सचिन करवा ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए नारे 'गर्व से कहो मैं स्वदेशी खरीदता हूं' का समर्थन करते हुए कहा कि हर भारतीय को इसे अमल में लाना चाहिए। उन्होंने सभी व्यापारियों से अनुरोध किया कि कीमतों में हुई कटौती का लाभ हर ग्राहक तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।
अंत में उन्होंने कहा कि हम सभी भारतीय बचत उत्सव में शपथ लेते हैं, 'मैं स्वदेशी खरीदूंगा और देशी ही बेचूंगा।'
इसके अलावा, महाराष्ट्र में स्थानीय निवासियों ने जीएसटी दरों में बदलाव पर पीएम मोदी का आभार व्यक्त किया। एक स्थानीय निवासी ने राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में कहा कि 22 सितंबर से लागू होने वाले नए जीएसटी नियमों के तहत कई आवश्यक वस्तुओं और घरेलू सामानों पर टैक्स दरों में कमी की गई है। अब दूध से बने उत्पाद जैसे चीज़, बटर, दही पर 12 प्रतिशत की जगह 5 प्रतिशत जीएसटी लगेगा। वहीं, फ्रिज, वॉशिंग मशीन और कुछ इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर टैक्स में कमी की गई है। इससे आम लोगों की जेब पर बोझ हल्का होगा।
एक युवती ने बताया कि पीएम मोदी ने हमेशा जनता के हित में निर्णय लिए हैं। जीएसटी दरों में सुधार होने से आम लोगों को लाभ होगा। इससे आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि जीएसटी की दरों में कमी से महंगाई कम होगी। इसके परिणामस्वरूप लोगों में खुशी का माहौल है।