क्या मनसे नेता के बेटे ने इन्फ्लुएंसर राजश्री मोरे के साथ बदसलूकी की?

सारांश
Key Takeaways
- राजश्री मोरे के साथ बदसलूकी का मामला सियासी हलचल का कारण बना।
- मनसे ने साफ किया कि पार्टी इस कृत्य का समर्थन नहीं करती।
- पुलिस ने राहिल शेख के खिलाफ कार्रवाई की है।
- संजय निरुपम ने घटना पर सवाल उठाए हैं।
- भाषाई विवाद समाज में तनाव पैदा कर सकता है।
मुंबई, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई में मराठी बनाम हिंदी भाषा का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। राज ठाकरे के समर्थकों द्वारा गैर-मराठी भाषियों की पिटाई के बीच, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) से जुड़ा एक नया मामला सामने आया है। शराब के नशे में मनसे नेता के बेटे ने इन्फ्लुएंसर राजश्री मोरे के साथ बदसलूकी की, जिससे सियासत में हलचल मच गई और मनसे फिर से विवाद में फंस गई। इस मामले में मनसे ने एक पत्र जारी किया है।
मनसे नेता जावेद शेख के बेटे राहिल शेख द्वारा राजश्री मोरे के साथ बदसलूकी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है। वीडियो के सामने आने के बाद ठाणे मनसे के अध्यक्ष अविनाश जाधव ने पत्र जारी कर कहा कि जावेद शेख हमारी पार्टी के एक पदाधिकारी हैं, लेकिन उनके बेटे के कृत्य से हमारी पार्टी का कोई संबंध नहीं है। हमारी पार्टी उस कृत्य का समर्थन नहीं करती।
अविनाश जाधव ने पुलिस से अनुरोध किया है कि संबंधित पुलिस और एजेंसी उसके खिलाफ उचित कार्रवाई करें; यह उनकी विनती है। जानकारी के अनुसार, इस मामले में मुंबई के अंबोली पुलिस स्टेशन में राहिल शेख के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। राहिल शेख, जो कि कार चला रहा था, पुलिस ने उसकी कार भी जब्त कर ली है। पुलिस ने राहिल शेख को गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में उसे नोटिस देकर छोड़ दिया गया।
इस मामले पर शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर मनसे नेता के बेटे द्वारा राजश्री मोरे के साथ बदसलूकी करने का वीडियो साझा किया। उन्होंने कहा कि मराठी मुलगी राजश्री मोरे को मनसे नेता के बेटे राहिल शेख ने गाली दी। क्या वे केवल हिंदुओं को ही क्यों पीट रहे हैं? क्या उनमें भिंडी बाजार जाने की हिम्मत है?