क्या ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल को मॉडर्न जिन्ना के रूप में तबाह किया जा रहा है? - तरुण चुघ
सारांश
Key Takeaways
- ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल में राजनीतिक अस्थिरता चल रही है।
- तरुण चुघ ने मॉडर्न जिन्ना की उपमा देते हुए ममता पर आरोप लगाए हैं।
- सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुई घटनाओं ने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं।
- भाजपा सांसदों ने ममता के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
- बंगाल में चुनावी माहौल गरमाया हुआ है।
रांची, १३ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मॉडर्न जिन्ना के रूप में संदर्भित किया। उनका कहना है कि उनके नेतृत्व में बंगाल का काफी नुकसान हो रहा है।
तरुण चुघ का यह बयान उस समय आया है जब अर्जेंटीना के फुटबॉलर लियोनेल मेसी के जाने के बाद सॉल्ट लेक स्टेडियम में दर्शकों ने तोड़फोड़ की।
इस घटना पर उन्होंने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है। कानून-व्यवस्था बनाए रखना सरकार की जिम्मेदारी है, और सुरक्षा प्रदान करना उसका कर्तव्य है। लेकिन, ममता बनर्जी की जिहादी सरकार इस मामले में पूरी तरह असफल रही है।
चुघ ने यह भी कहा कि आज मुस्लिम लीग का नया अवतार बनकर, मॉडर्न जिन्ना के नेतृत्व में बंगाल को नष्ट किया जा रहा है।
सॉल्ट लेक स्टेडियम में दर्शकों के गुस्से के बाद, सीएम ममता बनर्जी ने एक्स पर माफी मांगी।
उन्होंने कहा कि सॉल्ट लेक स्टेडियम में हुई अव्यवस्था से मैं बेहद परेशान और चौंकी हुई हूं। मैं इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए लियोनेल मेसी, साथ ही सभी खेल प्रेमियों और उनके फैंस से दिल से माफी मांगती हूं।
इसके अतिरिक्त, भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने ममता बनर्जी के उस बयान पर तीव्र प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने एसआईआर के विरोध में कहा था कि यदि वोटर लिस्ट की समीक्षा के दौरान महिलाओं के नाम हटा दिए जाते हैं तो वे किचन के औजारों के साथ तैयार रहें।
इस बयान पर भाजपा सांसद ने कहा कि ममता बनर्जी के अलावा कोई और वोटरों को भड़का नहीं सकता। खुलेआम गुंडागर्दी हो रही है। एक मुख्यमंत्री का ऐसा बयान देना अत्यंत आपत्तिजनक है; इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। देश के नेतृत्व को इसकी गंभीरता से विचार करना चाहिए।
ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि यदि वे कहती हैं कि मैं एसआईआर फॉर्म नहीं भरूंगी, तो इससे स्पष्ट है कि वे मतदाता नहीं रहेंगी, और चुनाव भी नहीं लड़ सकती हैं। इसका अर्थ यह है कि चुनाव से पहले ही उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया है। बिहार में लोगों ने एनडीए को जिताया है, जबकि बंगाल की जनता गुंडागर्दी का जवाब देने वाली है। केवल बंगाल ही नहीं, अब तो देश भर में यह राय बन रही है कि ममता बनर्जी को हटाओ, पश्चिम बंगाल को बचाओ।