क्या एस जयशंकर आसियान समिट में मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- एस जयशंकर का प्रतिनिधित्व भारत और आसियान संबंधों को मजबूत करेगा।
- पीएम मोदी वर्चुअल माध्यम से सम्मेलन में शामिल होंगे।
- पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।
- आसियान-भारत संबंधों पर चर्चा की जाएगी।
- दीपावली के कारण पीएम की शारीरिक उपस्थिति नहीं होगी।
नई दिल्ली/कुआलालंपुर, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन का आयोजन मलेशिया में हो रहा है। हालांकि, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समिट में शारीरिक रूप से शामिल नहीं होंगे, बल्कि डिजिटल माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर कुआलालंपुर में आसियान समिट में मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे।
विदेश मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आसियान नेता एक साथ आसियान-भारत संबंधों की प्रगति की समीक्षा करेंगे और व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की पहलों पर चर्चा करेंगे। आसियान के साथ हमारे संबंधों को मजबूत करना हमारी एक्ट ईस्ट नीति और हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।"
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने का एक अवसर प्रदान करेगा। 26 अक्टूबर को पीएम मोदी वर्चुअली समिट को संबोधित करेंगे। इसके बाद 27 अक्टूबर को विदेश मंत्री एस जयशंकर केंद्र की मोदी सरकार का प्रतिनिधित्व करेंगे।
पीएम मोदी ने पहले कहा था कि वह कुआलालंपुर में 47वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल माध्यम से भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। उन्होंने मलेशिया को अध्यक्षता संभालने पर बधाई भी दी।
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया, "मेरे प्रिय मित्र, मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम के साथ गर्मजोशी से बातचीत हुई। मैंने उन्हें मलेशिया की आसियान अध्यक्षता के लिए बधाई दी और आगामी शिखर सम्मेलनों की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं। मैं आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल रूप से भाग लेने और साझेदारी को और मजबूत करने के लिए उत्सुक हूं।"
मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम ने भी एक्स पर लिखा, "कल रात, मुझे भारत गणराज्य के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक करीबी सहयोगी का फोन आया। हमने मलेशिया-भारत द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक मजबूती देने पर चर्चा की। भारत व्यापार और निवेश में मलेशिया का एक महत्वपूर्ण साझेदार बना हुआ है।"
उन्होंने आगे कहा कि हमने इस महीने के अंत में कुआलालंपुर में 47वें आसियान शिखर सम्मेलन की मेजबानी पर चर्चा की। पीएम मोदी ने बताया कि वह वर्चुअल रूप से भाग लेंगे, क्योंकि उस समय भारत में दीपावली का त्योहार मनाया जा रहा है। मैं उनके इस निर्णय का सम्मान करता हूं और उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं देता हूं।