क्या मोदी सिख गुरुओं की शहादत को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता देने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं?
सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी ने सिख गुरुओं की कुर्बानी को मान्यता दी।
- वीर बाल दिवस साहिबजादों की शहादत को याद करता है।
- सिख इतिहास को राष्ट्रीय मंच पर लाना महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के विधायक अरविंदर सिंह लवली ने हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक गहन भावनात्मक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अपनी भावनाएं और आभार प्रकट किया।
लवली ने कहा कि यह उनके लिए बहुत गर्व की बात है कि देश का नेतृत्व एक ऐसे प्रधानमंत्री के हाथों में है, जो देश के इतिहास और लोगों की भावनाओं को गहराई से समझते हैं। उन्होंने बताया कि इतने वर्षों में वह पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने सिख गुरुओं की कुर्बानी और साहिबजादों की शहादत को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दी।
लवली ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री मोदी गुरु तेग बहादुर जी की शहादत और गुरु गोविंद सिंह जी के साहस और त्याग को पूरे देश में उजागर करने का निरंतर प्रयास कर रहे हैं। वे वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादों की शहादत की कहानी पूरे देश में फैलाते हैं। उनके प्रयासों से देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले सांसद और जनता भी इस इतिहास से जुड़ते हैं और इसकी सही समझ प्राप्त करते हैं। पीएम मोदी खुद भी ऐसे कार्यक्रमों में उपस्थित होते हैं।
उन्होंने कहा कि एनडीए की मीटिंग में प्रधानमंत्री ने उत्तर पूर्व से लेकर दक्षिण तक के सांसदों को वीर बाल दिवस का जिक्र करने और इस महत्वपूर्ण इतिहास को साझा करने के लिए प्रेरित किया। यह दर्शाता है कि प्रधानमंत्री हर वर्ग और समुदाय तक देश के असली इतिहास को पहुँचाने के लिए पूरी मेहनत कर रहे हैं। लवली ने इसे विशेष रूप से सिख कौम के लिए एक बड़ा सम्मान और गर्व की बात बताया।
अरविंदर सिंह लवली ने प्रधानमंत्री मोदी को दिल की गहराइयों से धन्यवाद और सलाम किया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पहली बार कोई प्रधानमंत्री सिख गुरुओं और साहिबजादों की कुर्बानी को बार-बार मान्यता दे रहे हैं और देश के लोगों को सही इतिहास से अवगत करा रहे हैं। लवली ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री की सराहना की और उनके योगदान को उच्च दर्जे का बताया।
वीडियो पोस्ट करते हुए अरविंदर सिंह ने लिखा, 'वीर बाल दिवस साहिबजादों की हिम्मत को याद दिलाता है। मैं पीएम नरेंद्र मोदी का आभारी हूं कि उन्होंने सिख इतिहास के इस पवित्र अध्याय को बार-बार राष्ट्रीय मंच पर लाया, जिसमें आज एनडीए की मीटिंग भी शामिल है। वास्तव में, किसी भी प्रधानमंत्री ने सिख धर्म और भावनाओं के प्रति इतना दिल से सम्मान नहीं दर्शाया, जितना पीएम नरेंद्र मोदी ने किया है।'