क्या है पहलगाम आतंकी हमला और अहमदाबाद प्लेन क्रैश? पीएम मोदी ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते के दौरान क्या कहा?

सारांश
Key Takeaways
- भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता हुआ संपन्न।
- पहलगाम आतंकी हमले की कठोर निंदा की गई।
- अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर संवेदना प्रकट की।
- विजन 2035 की घोषणा की गई।
- क्रिकेट की चर्चा के माध्यम से सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की बात हुई।
नई दिल्ली/लंदन, २४ जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्तमान में दो दिवसीय ब्रिटेन यात्रा पर हैं। गुरुवार को ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर ने उनसे गर्मजोशी से भरी मुलाकात की। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के बाद पीएम मोदी ने कहा कि भारत के नागरिकों को यूके में बने उत्पाद सुलभ और किफायती दरों पर उपलब्ध होंगे।
इस दौरान पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमला, अहमदाबाद प्लेन क्रैश और रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी अपने विचार साझा किए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "आज हमारे संबंधों में एक ऐतिहासिक दिन है। मुझे खुशी है कि कई वर्षों की मेहनत के बाद, आज दोनों देशों में व्यापक आर्थिक और व्यापारिक समझौता संपन्न हुआ है। यह समझौता केवल आर्थिक साझेदारी नहीं है, बल्कि साझा समृद्धि की योजना भी है। एक ओर भारतीय टेक्सटाइल, फुटवियर, जेम्स एंड ज्वेलरी, सी फूड और इंजीनियरिंग गुड्स को यूके में बेहतर मार्केट एक्सेस मिलेगा। भारत के एग्रीकल्चर प्रोड्यूस और प्रोसेस्ड फूड इंडस्ट्री के लिए यूके मार्केट में नए अवसर बनेंगे। यह समझौता भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और एमएसएमई क्षेत्र के लिए विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा। दूसरी ओर, भारत के लोगों और उद्योग के लिए यूके में बने उत्पाद, जैसे मेडिकल डिवाइस और एयरोस्पेस पार्ट्स सुलभ और किफायती दरों पर उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा कि अगले दशक में हमारी कंप्रिहेन्सिव स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप को नई गति और ऊर्जा देने के लिए विजन 2035 जारी किया जा रहा है। यह टेक्नोलॉजी, डिफेंस, क्लाइमेट, एजुकेशन और पीपल-टू-पीपल कनेक्ट के क्षेत्रों में एक मजबूत, भरोसेमंद और महत्वाकांक्षी साझेदारी का रोडमैप बनेगा।
उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि हम इस हमले की कठोर निंदा के लिए प्रधानमंत्री स्टार्मर और उनकी सरकार का आभार व्यक्त करते हैं। हम इस बात पर भी सहमत हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंडों का कोई स्थान नहीं है। जो लोग लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग करते हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, "इंडो पैसिफिक में शांति और स्थिरता, यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और पश्चिम एशिया की स्थिति पर हम विचार साझा करते रहे हैं। हम जल्द से जल्द शांति और स्थिरता की बहाली का समर्थन करते हैं। सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान अनिवार्य है। आज के युग की मांग विस्तारवाद नहीं बल्कि विकासवाद है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "पिछले महीने अहमदाबाद में हुए हादसे में मारे गए लोगों में कई ब्रिटिश नागरिक भी थे। हम उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हैं। ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के लोग हमारे संबंधों में एक जीवंत सेतु का काम करते हैं। उनका योगदान केवल ब्रिटेन की समृद्ध अर्थव्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि ब्रिटेन की संस्कृति, खेल और जनसेवा में भी दिखता है।"
उन्होंने अपने संबोधन में भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "जब भारत और यूके मिले और वो भी टेस्ट सीरीज के दौरान तब क्रिकेट का उल्लेख करना ही पड़ता है। दोनों देशों के लिए क्रिकेट केवल खेल नहीं बल्कि जुनून है और हमारी साझेदारी के लिए एक महान रूपक भी है। कभी-कभी स्विंग मिस हो सकता है, लेकिन हम हमेशा स्ट्रेट बल्ले से खेलेंगे। हम हाई स्कोरिंग दीर्घकालिक साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज संपन्न हुए समझौते और विजन 2035 इसे आगे बढ़ाने वाले माइलस्टोन हैं।