क्या मोहनिया बिहार में एनडीए का गढ़ बन पाएगा? जानें सियासी समीकरण

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क्या मोहनिया बिहार में एनडीए का गढ़ बन पाएगा? जानें सियासी समीकरण

सारांश

मोहनिया विधानसभा चुनाव में भाजपा और राजद के बीच की जंग दिलचस्प मोड़ ले रही है। क्या भाजपा फिर से जीत हासिल करेगी या राजद का नया उम्मीदवार बाज़ी मार जाएगा? जानें इस महत्वपूर्ण सीट के सियासी समीकरण।

Key Takeaways

  • मोहनिया विधानसभा सीट पर भाजपा और राजद के बीच कड़ा मुकाबला है।
  • राजद का उम्मीदवार नामांकन रद्द होने के बाद निर्दलीय को समर्थन दे रहा है।
  • इस सीट पर जनसंख्या 4,68,066 है।
  • स्थानीय समस्याएं जैसे सड़कें और बिजली आपूर्ति प्रमुख हैं।
  • 2020 में राजद ने जीत हासिल की थी।

नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार की कुछ विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहाँ कभी जदयू का प्रभाव गहरा था, लेकिन वर्तमान में जदयू की जगह भाजपा के उम्मीदवार चुनावी लड़ाई में हैं। इनमें से एक महत्वपूर्ण सीट है मोहनिया विधानसभा।

इस चर्चित सीट पर 2005 और 2010 के विधानसभा चुनावों में जदयू के उम्मीदवारों ने सफलता पाई। लेकिन, 2015 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस सीट पर अपने उम्मीदवार को उतारा। यह वह समय था, जब नीतीश कुमार ने राजद के साथ चुनावी गठबंधन किया था। फिर भी, भाजपा के उम्मीदवार ने यहाँ कमल खिलाने में सफलता प्राप्त की।

हालांकि, 2020 के विधानसभा चुनाव में स्थिति बदली। इस बार एनडीए की ओर से भाजपा के उम्मीदवार को मैदान में उतारा गया, लेकिन राजद की उम्मीदवार ने जीत हासिल की।

इस बार इस सीट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि राजद के उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया है। अब राजद निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन दे रही है। पहले श्वेता सुमन को टिकट दिया गया था, लेकिन उनका नामांकन रद्द कर दिया गया। वहीं, भाजपा ने संगीता कुमारी को टिकट दिया है। श्वेता सुमन का नामांकन रद्द होने के बाद राजद ने निर्दलीय उम्मीदवार रवि पासवान को समर्थन देने का निर्णय लिया है।

2020 में राजद की संगीता कुमारी ने भाजपा के उम्मीदवार को हराकर सीट पर कब्जा किया था। अब वही संगीता कुमारी भाजपा के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं।

इस विधानसभा की कुल जनसंख्या 4,68,066 है, जिसमें पुरुष 2,39,864 और महिलाएँ 2,28,202 हैं। कुल मतदाता 2,81,498 हैं, जिनमें पुरुष 1,45,865, महिलाएँ 1,35,628 और थर्ड जेंडर 5 हैं।

इस विधानसभा में टूटी सड़कों से जनता परेशान है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बावजूद उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। इसके अलावा, यहाँ बिजली की आपूर्ति घंटों बाधित रहती है। बाढ़ ने भी लोगों को काफी परेशानी में डाल रखा है। सरकारी स्कूलों की स्थिति भी खराब है। स्थानीय लोग ऐसी सरकार और प्रतिनिधि चाहते हैं जो उनकी समस्याओं का समाधान करें।

Point of View

जहाँ भाजपा और राजद के बीच की जंग दर्शाती है कि जनता किस तरह के प्रतिनिधि को चुनने के लिए तैयार है।
NationPress
29/10/2025

Frequently Asked Questions

मोहनिया विधानसभा सीट पर कौन-कौन से प्रमुख दल चुनाव लड़ रहे हैं?
मोहनिया विधानसभा सीट पर मुख्य रूप से भाजपा और राजद के उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
मोहनिया विधानसभा सीट की कुल जनसंख्या क्या है?
मोहनिया विधानसभा की कुल जनसंख्या 4,68,066 है।
राजद ने किसे उम्मीदवार बनाया है?
राजद ने पहले श्वेता सुमन को टिकट दिया था, लेकिन उनका नामांकन रद्द हो गया और अब वे निर्दलीय उम्मीदवार रवि पासवान का समर्थन कर रहे हैं।
2020 में मोहनिया सीट पर किसने जीत हासिल की थी?
2020 में राजद की संगीता कुमारी ने जीत हासिल की थी।
मोहनिया विधानसभा की समस्याएं क्या हैं?
मोहनिया विधानसभा में टूटी सड़कों, बिजली की आपूर्ति में बाधा और बाढ़ जैसी समस्याएँ हैं।