क्या मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया, पिस्तौल और कारतूस बरामद?

सारांश
Key Takeaways
- 38 वर्षीय आरोपी गिरफ्तार किया गया है।
- एक देसी पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
- आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
- जांच जारी है कि आरोपी का इरादा क्या था।
- पुलिस ने पहले भी कई सफल गिरफ्तारियां की हैं।
मुंबई, 15 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई क्राइम ब्रांच ने बांद्रा के कुरैशी नगर क्षेत्र से एक 38 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से एक देसी पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान अमरावती निवासी प्रफुल्ल विष्णु बावने उर्फ सचिन (38) के रूप में हुई है, जो कि मुंबई के मोहम्मद अली रोड क्षेत्र में निवास करता था।
क्राइम ब्रांच की यूनिट 9 के अधिकारी सचिन पुराणिक को मिली गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने कुरैशी नगर के कंपाउंड में छापा मारा। इस कार्रवाई में क्राइम ब्रांच ने आरोपी को पकड़ लिया।
पुलिस ने आरोपी के पास एक बैग से एक स्टील की देसी पिस्तौल और तीन जिंदा कारतूस बरामद किए।
गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन में आर्म्स एक्ट की धारा 3 और 25 तथा मुंबई पुलिस एक्ट की धारा 37(1)(ए) और 135 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
इसके अलावा, मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि यह पिस्तौल कहां से लाई गई थी और क्या आरोपी मुंबई में किसी को हथियार देने की नीयत से आया था या किसी अन्य मकसद से।
इससे पहले, मुंबई क्राइम ब्रांच ने 10 सितंबर को एक नेवी कर्मचारी की राइफल और गोलियां चुराने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
दोनों आरोपी तेलंगाना के आसिफाबाद जिले से पकड़े गए। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के नाम राकेश दुबला और उमेश दुबला हैं, जो एक ही गांव के निवासी हैं।
यह घटना 6 सितंबर की रात को हुई, जब एक संवेदनशील रक्षा क्षेत्र नेवी नगर में एक व्यक्ति नेवी की वर्दी पहनकर अंदर घुसा। उसने ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी से कहा कि वह उसे शिफ्ट से राहत देने आया है। भरोसा दिलाकर उसने कर्मचारी की राइफल और गोलियां ले लीं। इसके बाद उसने हथियार और गोलियां कंपाउंड के बाहर फेंक दीं। बाहर उसका साथी पहले से मौजूद था, जिसने राइफल और गोलियां उठा लीं।
इसके बाद दोनों मौके से फरार हो गए और तेलंगाना भाग निकले।
क्राइम ब्रांच ने इस वारदात की जानकारी मिलते ही जांच शुरू की। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों की मदद से आरोपियों का पीछा किया और उन्हें तेलंगाना में दबोच लिया।