क्या मुंबई क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर 2 करोड़ की ठगी करने वाला आरोपी गिरफ्तार हुआ?
सारांश
Key Takeaways
- गिरगांव में ठगी का मामला सामने आया है।
- क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर ठगी करने का प्रयास।
- गिरफ्तार आरोपी के पास से 44 लाख रुपए नकद बरामद।
- दूसरा आरोपी अभी भी फरार है।
- पुलिस ने जांच तेज कर दी है।
मुंबई, 15 दिसम्बर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर लोगों से ठगी कर रहा था। यह आरोपी अपने एक साथी के साथ मिलकर एक निर्माण कंपनी से 2 करोड़ रुपए की ठगी करने में सफल रहा।
इस मामले में क्राइम ब्रांच ने गिरगांव क्षेत्र से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जबकि उसका एक साथी अब भी फरार है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के पास से 44 लाख रुपए नकद बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी की पहचान गौरव मसुरकर के रूप में हुई है। वहीं, दूसरा आरोपी घटना के बाद से फरार है और उसकी खोज के लिए पुलिस ने तलाशी अभियान तेज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि फरार आरोपी की गिरफ्तारी और बाकी रकम की बरामदगी के लिए जांच लगातार चल रही है।
यह पूरा मामला एक प्राइवेट निर्माण कंपनी से संबंधित है, जिसका कार्यालय मुंबई के नरीमन पॉइंट क्षेत्र में स्थित है। शिकायतकर्ता एक वरिष्ठ नागरिक है, जो इस कंपनी में कार्यरत है। शुक्रवार को कंपनी के मालिक ने शिकायतकर्ता को 2 करोड़ रुपए दिए और निर्देश दिया कि यह रकम गिरगांव में एक बिजनेसमैन को सौंपनी है। इस काम के लिए कंपनी के दो अन्य कर्मचारी भी उसके साथ थे।
शाम के समय जब तीनों लोग गिरगांव पहुंचे, तभी मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्ति उनके पास आए। आरोपियों ने उन्हें एक तरफ खड़े होने को कहा और खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया। उन्होंने मोबाइल फोन निकालकर वीडियो रिकॉर्ड करने का नाटक किया और शिकायतकर्ता से पूछा कि उसके बैग में क्या है। शिकायतकर्ता ने बताया कि बैग में 2 करोड़ रुपए हैं।
इसके बाद आरोपियों ने कुछ समय तक बातों में उलझाए रखा। इसी दौरान एक आरोपी ने किसी को फोन किया और झूठा दावा किया कि कैश के साथ दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। फोन काटते ही दोनों ने बैग छीनने की कोशिश की। आरोप है कि एक आरोपी ने शिकायतकर्ता को धक्का देकर 2 करोड़ रुपए
घबराए शिकायतकर्ता ने तुरंत अपने मालिक को इसकी जानकारी दी और बाद में मुंबई के वीपी रोड पुलिस स्टेशन पर जाकर शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच ने भी समानांतर जांच शुरू की।
जांच के दौरान क्राइम ब्रांच ने तकनीकी सबूतों और गुप्त सूचना के आधार पर गिरगांव से गौरव मसुरकर को गिरफ्तार किया। उसकी तलाशी लेने पर 44 लाख रुपए नकद बरामद किए गए। पुलिस को शक है कि बाकी रकम फरार आरोपी के पास है। फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की खोज में जुटी है और पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है।