क्या विश्व हिंदू परिषद ने सीएम ममता को पत्र लिखकर विधायक हुमायूं कबीर के खिलाफ एफआईआर की मांग की?
सारांश
Key Takeaways
- वीएचपी ने ममता बनर्जी को पत्र लिखकर एफआईआर की मांग की है।
- हुमायूं कबीर पर बाबर के नाम से मस्जिद का निर्माण करने का आरोप है।
- टीएमसी ने विधायक को निलंबित किया है।
- इस मामले ने धार्मिक भावनाओं को प्रभावित किया है।
- मुख्यमंत्री ने इस कदम की आलोचना की है।
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र भेजकर टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करने की मांग की। वीएचपी का आरोप है कि विधायक हुमायूं कबीर द्वारा बाबर के नाम पर एक मस्जिद का निर्माण कराया जा रहा है, जो जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला कदम है।
इस संदर्भ में मीडिया को जारी किए गए एक लेटर में वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि हमारे इंटरनेशनल प्रेसिडेंट आलोक कुमार द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में ममता बनर्जी से बीएनएस की धारा 196 और 299 सहित अन्य प्रासंगिक धाराओं के तहत विधायक हुमायूं कबीर और उनके सहयोगियों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की गई है।
वीएचपी के प्रवक्ता ने बताया कि पत्र में यह उल्लेख किया गया है कि संबंधित मस्जिद की आधारशिला 6 दिसंबर 2025 को रखी गई थी और इसका नाम 'बाबरी मस्जिद' रखा जा रहा है। वीएचपी का कहना है कि नाम और निर्माण की तिथि का चयन गंभीर प्रश्न उठाता है।
सीएम ममता के नाम लिखे पत्र में आलोक कुमार ने कहा कि बाबर मुगल वंश का संस्थापक था, जिसने मध्य एशिया से भारत पर आक्रमण कर मुगल शासन की स्थापना की। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक अभिलेखों, विशेष रूप से बाबरनामा में उसके सैन्य अभियानों के दौरान व्यापक हिंसा, नागरिकों के नरसंहार और पूजा स्थलों के ध्वंस का उल्लेख मिलता है।
वीएचपी अध्यक्ष के अनुसार, बाबर को विशेषकर हिंदू समाज में एक विदेशी आक्रांता के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में उसके शासनकाल के दौरान निर्मित मस्जिद का संदर्भ आज भी हिंदू समाज की भावनाओं से गहराई से जुड़ा और अत्यंत संवेदनशील विषय है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि मस्जिद के नामकरण, निर्माण की तिथि और विधायक हुमायूं कबीर के बयानों से स्पष्ट होता है कि यह कदम आकस्मिक नहीं, बल्कि सुनियोजित और प्रतीकात्मक है। वीएचपी ने तर्क किया कि यह कार्रवाई हिंदू समाज के लिए आपत्तिजनक है और इससे धार्मिक वैमनस्य को बढ़ावा मिलने की आशंका है।
वीएचपी ने यह भी उल्लेख किया कि टीएमसी ने विधायक हुमायूं कबीर को पार्टी से निलंबित कर दिया है। इसके अलावा, कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम के बयान का हवाला दिया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि पार्टी को अचानक बाबरी मस्जिद निर्माण की घोषणा की जानकारी मिली, जिसके बाद विधायक को निलंबित करने का निर्णय लिया गया।
पत्र में यह भी बताया गया है कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस कदम की आलोचना की है। वीएचपी ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित धाराओं की विधिक जांच कराई जाए और विधायक हुमायूं कबीर तथा उनके सहयोगियों के खिलाफ कानून के अनुसार तत्काल कार्रवाई की जाए।