क्या मुंबई में पारिवारिक विवाद में पुलिसकर्मी की मौत हुई? पत्नी और बेटा गिरफ्तार

सारांश
Key Takeaways
- पारिवारिक विवाद के कारण गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
- समाज में हिंसा की प्रवृत्ति को कम करने की आवश्यकता है।
- कानून को सख्त बनाने की आवश्यकता है ताकि ऐसे मामले रोके जा सकें।
मुंबई, २५ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मुंबई पुलिस के हवलदार प्रवीण शालीग्राम सूर्यवंशी की मौत के मामले में एक नया मोड़ आया है। इस मामले में गहन जांच के बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी स्मिता और बेटे प्रतीक को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, यह घटना मई महीने में हुई थी। हवलदार प्रवीण सूर्यवंशी का अपनी पत्नी और बेटे के साथ सायन पूर्व स्थित प्रतीक्षानगर पुलिस अधिकारी वसाहत में पारिवारिक विवाद हुआ। विवाद के दौरान गुस्से में आकर स्मिता और प्रतीक ने प्रवीण को कमरे की खिड़की के कांच पर जोर से धक्का दे दिया। इस धक्के से खिड़की का कांच टूट गया और प्रवीण के दाहिने हाथ की नसें गंभीर रूप से कट गईं। इसके साथ ही उन्हें सिर पर भी गंभीर चोटें आईं।
उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाने की आवश्यकता थी, लेकिन आरोप है कि पत्नी और बेटे ने इलाज के लिए कोई मदद नहीं की। खून की अधिक मात्रा में बह जाने के कारण प्रवीण की मौके पर ही मौत हो गई।
शुरुआत में वडाला टीटी पुलिस स्टेशन ने इस मामले को आकस्मिक मृत्यु के रूप में दर्ज किया था। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के आधार पर पुलिस को घटना पर संदेह हुआ। जब गहनता से जांच की गई, तो सच्चाई सामने आई।
अब वडाला टीटी पुलिस ने प्रवीण की पत्नी स्मिता और बेटे प्रतीक के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
एक अन्य मामले में, मुंबई पुलिस ने 67 वर्षीय बिजनेसमैन की हत्या के मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। जांच में पता चला कि मृतक व्यवसायी का छोटा बेटा और बिजनेस पार्टनर शानू मुश्ताक चौधरी ने सुपारी देकर हत्या कराई थी। फरार आरोपी शहनवाज कुरैशी को मुंबई की चारकोप पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।