क्या मर्डर से रातोंरात स्टार बनीं मल्लिका शेरावत, जो शराब-सिगरेट नहीं पीतीं और लेट नाइट पार्टियां नहीं करतीं?

सारांश
Key Takeaways
- मल्लिका शेरावत का संघर्ष प्रेरणादायक है।
- उन्होंने अपने करियर के लिए परिवार का विरोध सहा।
- मर्डर फिल्म से उन्हें बड़ी पहचान मिली।
- वह एक स्वस्थ जीवनशैली का पालन करती हैं।
- उनका मानना है कि एक्टिंग से उन्हें हीलिंग मिलती है।
नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। हिंदी सिनेमा की एक ऐसी अभिनेत्री हैं, जिनके परिवार ने उनके एक्टिंग के फैसले का विरोध किया, लेकिन उनकी जिज्ञासा ने उन्हें कभी भी रुकने नहीं दिया। एक दिन उन्होंने तय किया कि वे अपनी जिंदगी अपने नियमों पर जीएंगी, चाहे परिवार का समर्थन मिले या नहीं। इसके लिए उन्होंने अपने परिवार और घर को छोड़कर अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का फैसला किया। यह कहानी है फिल्म 'मर्डर' से रातोंरात स्टार बनने वाली मल्लिका शेरावत की।
मल्लिका ने अपनी मेहनत और बेबाकी से बॉलीवुड में एक विशिष्ट पहचान बनाई है। आज पूरी दुनिया उन्हें सम्मान देती है, लेकिन उनके मन में एक मलाल हमेशा रहता है कि उनके परिवार ने कभी भी यह नहीं कहा कि उन्हें उन पर गर्व है।
यह हरियाणा की एक प्रेरक कहानी है, जिसने परिवार के विरोध को दरकिनार कर हिंदी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई।
मल्लिका शेरावत एक ऐसी अभिनेत्री हैं, जिन्होंने अपने सीन के लिए काफी तालियां बटोरीं। हालांकि, उन्हें कई बार ऐसी चीजों का सामना करना पड़ा, जो हिंदी सिनेमा में हर दूसरी अभिनेत्री को करना पड़ा। लेकिन, मल्लिका का कहना है कि उन्हें कभी इस बात का फर्क नहीं पड़ा। उन्हें एक्टिंग से प्यार है और वह खुद को लकी मानती हैं कि उन्होंने हिंदी सिनेमा में अच्छी फिल्मों में काम किया।
एक इंटरव्यू में हरियाणा के एक छोटे से गांव से निकलकर बॉलीवुड और हॉलीवुड तक का सफर तय करने वाली मल्लिका ने अपने संघर्ष, सपनों और बेबाकी को साझा किया।
24 अक्टूबर 1976 को जन्मी मल्लिका शेरावत 48 साल की हो चुकी हैं, लेकिन आज भी वह 20 साल की लगती हैं।
उन्होंने अपनी खुबसुरती के बारे में बताया कि मैंने कभी प्लास्टिक सर्जरी नहीं करवाई। मैंने अपना जीवन अनुशासन से जीया है। इसीलिए, मुझे कभी जरूरत नहीं पड़ी। वह बताती हैं कि मैं हरियाणा से मुंबई आई, परिवार मेरे खिलाफ था, लेकिन मैंने अपनी मर्जी से कदम उठाया; मेरी जेब में 10 रुपए थे या नहीं, किसी ने नहीं पूछा। कोई लाल कालीन नहीं बिछा था।
मल्लिका ने मॉडलिंग से शुरुआत की, अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान के साथ विज्ञापनों में काम किया और फिर ऑडिशन के बाद फिल्में मिलने लगीं।
उन्होंने 2004 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'मर्डर' को अपने करियर का टर्निंग पॉइंट बताया। मल्लिका ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह इतनी बड़ी हिट होगी। मैं भट्ट साहब की फिल्में देखकर बड़ी हुई थी। इमरान हाशमी जेंटलमैन थे, और बोल्ड सीन के बावजूद मैं सुरक्षित महसूस करती थी।
इस फिल्म ने उन्हें स्टारडम तो दिलाया, लेकिन फेम के साथ नकारात्मक अनुभव भी आए। लोगों ने सोचा कि अगर मैं स्क्रीन पर बोल्ड सीन कर सकती हूं, तो निजी जीवन में भी वैसी ही हूं। मैंने हमेशा साफ किया कि स्क्रीन और निजी जिंदगी अलग है। यह आज भी मेरे साथ होता है।
मल्लिका ने अपनी स्वस्थ जीवनशैली पर जोर देते हुए कहा कि मैं शाकाहारी हूं, शराब-सिगरेट नहीं छूती और लेट नाइट पार्टियां नहीं करती। मैं जल्दी सोती हूं और जल्दी उठती हूं। प्लास्टिक सर्जरी की जरूरत नहीं, क्योंकि मैं मेहनत और अनुशासन से खुद को फिट रखती हूं।
उन्होंने यह भी कहा कि मनोरंजन उद्योग तेजी से बदल रहा है, और वह अपने काम से लोगों का ध्यान खींचती हैं।
मल्लिका ने हॉलीवुड में जैकी चैन के साथ 'द मिथ' में काम किया, कान्स फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा लिया, और कमला हैरिस व बराक ओबामा जैसे दिग्गजों से मुलाकात की।
उन्होंने हरियाणा के प्रशंसकों के लिए संदेश देते हुए कहा कि मैं अपनी संस्कृति से जुड़ी हूं और मुझे अपने फैंस से बहुत प्यार मिलता है। मल्लिका ने हरियाणा की बेटियों के लिए कहा कि अपने सपने को पूरा करने के लिए जिद होनी जरूरी है।
अभिनेता विजय राज का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक्टिंग से मुझे हीलिंग मिलती है।
उन्होंने अपने 20 साल के करियर को याद करते हुए कहा कि 20 साल की उम्र में मुझे लगता था कि मैं दुनिया पर राज कर सकती हूं। मैंने कभी नहीं सोचा कि आगे क्या होगा। लेकिन, यकीन मानिए, मुझे बहुत प्यार मिला।
मल्लिका ने 'जीना सिर्फ मेरे लिए' (2002) से एक छोटे रोल से शुरुआत की। 2004 में रिलीज हुई फिल्म 'मर्डर' ने उन्हें स्टार बना दिया। इसके बाद वे 'वेलकम' सहित अन्य फिल्मों में नजर आईं।