क्या है 20वीं सीपीसी केंद्रीय कमेटी के चौथे पूर्णाधिवेशन की मुख्य बातें?

सारांश
Key Takeaways
- 15वीं पंचवर्षीय योजना के लक्ष्य महत्वपूर्ण हैं।
- आर्थिक विकास और सामाजिक स्थिरता पर जोर दिया गया।
- अधिवेशन में कई नई योजनाओं पर चर्चा हुई।
- चीनी समाजवादी व्यवस्था का महत्व बढ़ा।
- राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की आवश्यकता बताई गई।
बीजिंग, 23 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं केंद्रीय कमेटी का चौथा पूर्णाधिवेशन 20 से 23 अक्टूबर तक पेइचिंग में आयोजित किया गया। इस अधिवेशन की अध्यक्षता केंद्रीय कमेटी के पोलित ब्यूरो ने की और इसके महासचिव शी चिनफिंग ने महत्वपूर्ण भाषण प्रस्तुत किया।
पूर्णाधिवेशन में शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तुत पोलित ब्यूरो की कार्य रिपोर्ट पर विचार-विमर्श हुआ और राष्ट्रीय आर्थिक एवं सामाजिक विकास की 15वीं पंचवर्षीय योजना के सुझावों पर चर्चा कर उन्हें मंजूरी दी गई। शी चिनफिंग ने इस योजना के सुझावों का विस्तृत व्याख्यान दिया।
इस अधिवेशन ने तीसरे पूर्णाधिवेशन से पोलित ब्यूरो के कार्य की पुष्टि की और 14वीं पंचवर्षीय योजना के दौरान मिली बड़ी उपलब्धियों की सराहना की।
पूर्णाधिवेशन में बताया गया कि 15वीं पंचवर्षीय योजना का समय आमतौर पर समाजवादी आधुनिकीकरण की नींव मजबूत करने का महत्वपूर्ण काल होगा। इस दौरान रणनीतिक अवसर और खतरे साथ-साथ मौजूद रहेंगे और अनिश्चित तत्व बढ़ेंगे।
चीनी अर्थव्यवस्था की दीर्घकालिक मजबूती के लिए आवश्यक शर्तें और बुनियादी प्रवृत्तियाँ अपरिवर्तित हैं। चीनी विशेषता वाली समाजवादी व्यवस्था, विशाल बाजार, व्यापक व्यवसायिक प्रणाली और प्रचुर मानव संसाधन का लाभ और अधिक स्पष्ट होगा। पार्टी को एकजुट होकर अपने कार्यों को सफलतापूर्वक संपन्न करना चाहिए ताकि तेज आर्थिक विकास और दीर्घकालिक सामाजिक स्थिरता को बढ़ावा मिले।
इस अधिवेशन में 15वीं पंचवर्षीय योजना के मुख्य लक्ष्यों की घोषणा की गई, जिनमें गुणवत्ता विकास, वैज्ञानिक एवं तकनीकी स्वतंत्रता, चौतरफा सुधार, सामाजिक सभ्यता का स्तर, जनजीवन की गुणवत्ता, सुंदर चीन का निर्माण, और राष्ट्रीय सुरक्षा की मजबूती शामिल हैं।
पूर्णाधिवेशन में आधुनिक व्यवसाय व्यवस्था, उच्च स्तरीय वैज्ञानिक और तकनीकी स्वतंत्रता, शक्तिशाली घरेलू बाजार, उच्च स्तरीय समाजवादी बाजार अर्थव्यवस्था, कृषि और ग्रामीण आधुनिकीकरण, क्षेत्रीय समन्वयित विकास, सांस्कृतिक सृजन, जनजीवन की गारंटी, हरित बदलाव, और राष्ट्रीय सुरक्षा की क्षमता का आधुनिकीकरण बढ़ाने की मांग की गई।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)