क्या मुजफ्फरनगर में नया 'प्रधानमंत्री चाय वाला' रेस्टोरेंट चर्चा का विषय बन गया है?

सारांश
Key Takeaways
- अनोखा नाम और सफाई व्यवस्था
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा
- अभिषेक पंवार का पारिवारिक व्यवसाय
- युवाओं के लिए सेल्फी प्वाइंट
- स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान
मुजफ्फरनगर, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर में होटल और ढाबों के नामकरण को लेकर इन दिनों काफी चर्चाविशिष्ट रेस्टोरेंट चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसका नाम 'प्रधानमंत्री चाय वाला' है।
इस रेस्टोरेंट के मालिक अभिषेक पंवार हैं, जो मूल रूप से राजस्थान के जयपुर से हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर अपने रेस्टोरेंट का नाम 'प्रधानमंत्री चाय वाला' रखा है। यह रेस्टोरेंट देखने में अन्य रेस्टोरेंट और ढाबों जैसा ही है, लेकिन इसके अनोखे नाम और यहां की सफाई व्यवस्था के कारण इसकी चर्चा जोरों पर है।
अभिषेक पंवार सभी सरकारी नियमों और खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए इस रेस्टोरेंट को चला रहे हैं। यहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, यहां तक कि रसोई में भी कैमरे हैं और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा गया है। इसके साथ ही 'आई लव मुजफ्फरनगर' के नाम से एक सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है, जो युवाओं को खूब आकर्षित कर रहा है।
रेस्टोरेंट के मालिक ने न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि वह बचपन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विचारधारा से प्रभावित हैं। इसी प्रेरणा से उन्होंने अपने रेस्टोरेंट का नाम 'प्रधानमंत्री चाय वाला' रखा। उन्होंने बताया, "बच्चों ने इस नाम का सुझाव दिया था। उसके बाद पिछले एक साल से इसी नाम से रेस्टोरेंट चला रहे हैं।"
अभिषेक पंवार पहले चंडीगढ़ में कपड़ों का शोरूम चलाते थे, लेकिन व्यापार में घाटा होने के बाद उन्होंने रेस्टोरेंट व्यवसाय की ओर रुख किया। उन्होंने पहली बार अयोध्या में 'प्रधानमंत्री चाय वाला' नाम से रेस्टोरेंट शुरू किया था, लेकिन राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के चलते वह बंद हो गया। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अब लगभग दो महीने पहले मुजफ्फरनगर में दोबारा इसी नाम से रेस्टोरेंट की शुरुआत की है।
अभिषेक पंवार का परिवार पिछले 30 साल से फूड चेन के व्यवसाय से जुड़ा रहा है। उनके दादाजी भी इसी पेशे में थे और इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अभिषेक ने अपने पारिवारिक व्यवसाय में नई शुरुआत की है। आज वे अपने 'प्रधानमंत्री चाय वाला' रेस्टोरेंट के साथ न केवल संतुष्ट हैं, बल्कि गर्व से इसे एक मिशन के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं।