क्या नगरोटा उपचुनाव में भाजपा की जीत पीएम मोदी के दूरदर्शी नीतियों का परिणाम है?
सारांश
Key Takeaways
- देवयानी राणा की जीत ने भाजपा की स्थिति को मजबूत किया।
- यह उपचुनाव पीएम मोदी की नीतियों का प्रमाण है।
- नगरोटा में जीत से भाजपा को नई ऊर्जा मिली है।
जम्मू, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के नगरोटा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उम्मीदवार देवयानी राणा ने विजयी होकर नया इतिहास रच दिया है। इस जीत पर भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने उन्हें बधाई दी और इसे भाजपा के दूरदर्शी नीतियों का प्रमाण बताया।
तरुण चुघ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "जम्मू–कश्मीर के नगरोटा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी देवयानी राणा को ऐतिहासिक और प्रचंड जीत पर हार्दिक बधाई! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की दूरदृष्टि वाली नीतियों ने जनता के विश्वास को और मजबूत किया है, जिसका परिणाम नगरोटा की यह शानदार जीत है।"
उन्होंने कहा, "नगरोटा की यह विजय पूरे जम्मू–कश्मीर में एक नई ऊर्जा, नया विश्वास और नए अध्याय की शुरुआत है। नगरोटा की जनता को नमन, भाजपा परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं!"
नगरोटा विधानसभा उपचुनाव में कुल 10 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला हुआ। देवयानी राणा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, नेशनल पैंथर्स पार्टी के हर्ष देव सिंह को 24,647 वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की। सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) पार्टी की उम्मीदवार शमीम बेगम लगभग 31,478 मतों के अंतर से तीसरे स्थान पर रहीं।
भाजपा प्रत्याशी देवयानी राणा को उपचुनाव में 42,350 वोट मिले, जबकि पैंथर्स पार्टी के हर्ष देव सिंह के पक्ष में 17,703 और नेशनल कॉन्फ्रेंस की शमीम बेगम के पक्ष में 10,872 वोट पड़े।
नगरोटा में पार्टी उम्मीदवार की जीत की घोषणा के तुरंत बाद जम्मू में भाजपा खेमे में जश्न का माहौल बन गया। देवयानी राणा पूर्व विधायक देवेंद्र सिंह राणा की बेटी हैं, जिन्होंने 2024 के विधानसभा चुनाव में नगरोटा सीट जीती थी। पिछले साल 31 अक्टूबर को देवेंद्र सिंह राणा के निधन के कारण नगरोटा में उपचुनाव कराए गए थे।
ज्ञात हो कि 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में भाजपा के पास 29 सीटें हैं, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस के पास 41 सीटें हैं।