क्या 2025 नमो भारत के लिए ऐतिहासिक और उपलब्धियों से भरा वर्ष था, 2 करोड़ से ज्यादा कंप्यूटर ट्रिप्स का आंकड़ा पार?
सारांश
Key Takeaways
- 2 करोड़ से अधिक कम्यूटर ट्रिप्स का आंकड़ा पार किया।
- दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर का उद्घाटन।
- यात्रियों की सुविधा के लिए फर्स्ट और लास्ट माइल कनेक्टिविटी पर ध्यान।
- सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए पुलिस चौकियों का निर्माण।
- पर्यावरण संरक्षण के लिए 'सोलर ऑन ट्रैक' परियोजना।
नई दिल्ली, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नमो भारत परियोजना के लिए वर्ष 2025 कई मायनों में ऐतिहासिक और उपलब्धियों से भरा रहा। परिचालन शुरू होने के महज दो वर्षों के भीतर नमो भारत ने 2 करोड़ से अधिक कम्यूटर ट्रिप्स का आंकड़ा पार कर लिया, जो यात्रियों के बढ़ते भरोसे और इसकी लोकप्रियता को दर्शाता है। यह उपलब्धि न केवल एनसीआरटीसी के लिए, बल्कि देश के आधुनिक सार्वजनिक परिवहन तंत्र के लिए भी एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
वर्ष 2025 की शुरुआत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के साथ हुई, जब 5 जनवरीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर के 13 किलोमीटर अतिरिक्त खंड का उद्घाटन किया। इसके साथ ही न्यू अशोक नगर तक कॉरिडोर का विस्तार हुआ और आनंद विहार जैसे प्रमुख मल्टीमॉडल हब को यात्रियों के लिए खोला गया। इस विस्तार के बाद यात्रियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। 2025 के मध्य तक प्रति माह राइडरशिप लगभग 15 लाख तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी से अधिक रही।
एक दिन में सर्वाधिक 81,500 यात्रियों ने नमो भारत से यात्रा की, जबकि प्रतिदिन औसतन 55 से 60 हजार यात्री इसका उपयोग कर रहे हैं। वर्तमान में न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ के बीच 55 किलोमीटर लंबा खंड, 11 स्टेशनों के साथ परिचालित है। शेष खंडों में ट्रायल रन अंतिम चरण में हैं और जल्द ही पूरा कॉरिडोर यात्रियों के लिए खोलने की तैयारी है। इसके साथ ही दिल्ली और मेरठ के बीच निर्बाध और तेज कनेक्टिविटी का सपना साकार होने जा रहा है। यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए फर्स्ट और लास्ट माइल कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिया गया।
उबर, रैपिडो और ‘देवी’ बस योजना जैसी सेवाओं के एकीकरण से यात्रियों को स्टेशन तक पहुंचना आसान हुआ। दिल्ली मेट्रो के साथ इंटीग्रेटेड टिकटिंग सिस्टम और नमो भारत कनेक्ट ऐप ने यात्रा को और भी सहज बना दिया। अब तक 7.5 लाख से अधिक यूजर्स इस ऐप से जुड़ चुके हैं। एनसीआरटीसी ने स्टेशनों को केवल ट्रांजिट पॉइंट नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों के केंद्र के रूप में विकसित किया। बुक फेयर, लाइव म्यूजिक कार्यक्रम, बाल दिवस पर विशेष आयोजन, फोटोग्राफी प्रदर्शनी और शॉर्ट फिल्म प्रतियोगिताओं ने यात्रियों को एक अनूठा अनुभव दिया। साथ ही, को-वर्किंग स्पेस और फूड आउटलेट्स की शुरुआत ने आधुनिक शहरी जीवनशैली के अनुरूप सुविधाएं उपलब्ध कराईं।
पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी 2025 अहम रहा। दुहाई डिपो में ‘सोलर ऑन ट्रैक’ परियोजना, सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना और हरित ऊर्जा के उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में बड़ी कमी आई। आनंद विहार अंडरग्राउंड स्टेशन को आईजीबीसी की प्लेटिनम रेटिंग मिलना इस दिशा में बड़ी उपलब्धि है। सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कई स्टेशनों पर पुलिस चौकियों का निर्माण किया गया।
वहीं, ड्रोन आधारित ओएचई मॉनिटरिंग सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकों ने परिचालन को और सुरक्षित व विश्वसनीय बनाया। वैश्विक मंचों पर भी नमो भारत ने अपनी पहचान मजबूत की। जर्मनी में यूआईटीपी पुरस्कार, ई-गवर्नेंस अवार्ड और इंफ्रा रेल शो अवार्ड्स जैसे सम्मानों ने परियोजना की अंतरराष्ट्रीय सराहना को दर्शाया। 2025 की इन उपलब्धियों के साथ एनसीआरटीसी आने वाले वर्षों में नए कॉरिडोर और विस्तार की ओर बढ़ रहा है, जिससे नमो भारत देश में आधुनिक, टिकाऊ और समावेशी सार्वजनिक परिवहन का प्रतीक बनता जा रहा है।