क्या नमो भारत रैपिड रेल की सुरक्षा में होगी मजबूती, यूपी एसएसएफ को ट्रेन कर रही सीआईएसएफ?

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क्या नमो भारत रैपिड रेल की सुरक्षा में होगी मजबूती, यूपी एसएसएफ को ट्रेन कर रही सीआईएसएफ?

सारांश

क्या नमो भारत रैपिड रेल की सुरक्षा में तकनीकी दक्षता और पेशेवर प्रशिक्षण से सुधार होगा? जानें सीआईएसएफ की नई पहल के बारे में।

Key Takeaways

  • सीआईएसएफ द्वारा यूपी एसएसएफ के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत।
  • 6 दिवसीय 'एक्स-बीआईएस एवं सिक्योरिटी गैजेट हैंडलिंग कोर्स'
  • आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने की तैयारी।
  • इंटर-एजेंसी सहयोग से सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करना।
  • 40 जवानों का पहले बैच में शामिल होना।

नई दिल्ली, 30 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नमो भारत कॉरिडोर की सुरक्षा को और मजबूती प्रदान करने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नमो भारत कॉरिडोर पर तैनाती से पूर्व उत्तर प्रदेश स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स (यूपी एसएसएफ) के जवानों के लिए सीआईएसएफ द्वारा विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई है।

सीआईएसएफ ने यूपी एसएसएफ कर्मियों के लिए 6 दिवसीय 'एक्स-बीआईएस एवं सिक्योरिटी गैजेट हैंडलिंग कोर्स' की शुरुआत की है। इस विशेष प्रशिक्षण का उद्देश्य आधुनिक सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए जवानों को तकनीकी और व्यावहारिक रूप से दक्ष बनाना है। प्रशिक्षण कार्यक्रम सीआईएसएफ यूनिट डीएमआरसी के प्रशिक्षण सेल 'कवच' में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के पहले बैच में यूपी एसएसएफ के 40 जवान शामिल हो रहे हैं। कार्यक्रम के तहत एक्स-रे बैगेज इंस्पेक्शन सिस्टम (एक्स-बीआईएस), आधुनिक सुरक्षा उपकरणों के संचालन, उनकी हैंडलिंग और रैपिड रेल नेटवर्क में संभावित सुरक्षा खतरों से निपटने के तरीकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में सीआईएसएफ, एनसीआरटीसी (नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) और डीएमआरसी (दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन) के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि नमो भारत जैसे अत्याधुनिक रैपिड ट्रांजिट प्रोजेक्ट्स के लिए सुरक्षा बलों का पेशेवर और तकनीकी रूप से प्रशिक्षित होना बेहद आवश्यक है।

सीआईएसएफ ने इस संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "नमो भारत तैनाती से पहले सीआईएसएफ ने यूपी एसएसएफ के लिए स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया। सीआईएसएफ ने नमो भारत कॉरिडोर पर तैनाती से पहले यूपी एसएसएफ कर्मियों के लिए एक विशेष 6-दिवसीय 'एक्स-बीआईएस और सिक्योरिटी गैजेट हैंडलिंग कोर्स' शुरू किया है।"

"यह ट्रेनिंग सीआईएसएफ यूनिट डीएमआरसी के प्रशिक्षण सेल 'कवच' में आयोजित की जा रही है, जिसमें 40 यूपी एसएसएफ कर्मी पहले बैच में ट्रेनिंग ले रहे हैं। यह प्रोग्राम भारत के अगली पीढ़ी के रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के लिए सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए मजबूत इंटर-एजेंसी सहयोग को दर्शाता है।"

पोस्ट में आगे लिखा गया, "सीआईएसएफ, एनसीआरटीसी और डीएमआरसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने उद्घाटन सत्र में हिस्सा लिया और क्षमता निर्माण और प्रोफेशनल ट्रेनिंग के महत्व पर जोर दिया। सीआईएसएफ देश भर में मेट्रो और रैपिड रेल नेटवर्क के लिए स्पेशलाइज्ड सुरक्षा क्षमताओं को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।"

Point of View

जिसमें सुरक्षा बलों को पेशेवर और तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह न केवल नमो भारत परियोजना की सुरक्षा को बेहतर बनाएगा, बल्कि देशभर में रैपिड ट्रांजिट सिस्टम में सुरक्षा की नई मिसाल स्थापित करेगा।
NationPress
30/12/2025

Frequently Asked Questions

नमो भारत रैपिड रेल क्या है?
नमो भारत रैपिड रेल एक आधुनिक ट्रांजिट प्रोजेक्ट है, जो तेज और सुरक्षित यात्रा को सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
सीआईएसएफ का क्या रोल है?
सीआईएसएफ की जिम्मेदारी है कि वह रैपिड रेल सिस्टम की सुरक्षा को सुनिश्चित करे और सुरक्षा बलों को प्रशिक्षित करे।
यूपी एसएसएफ के जवानों को कौन सा प्रशिक्षण दिया जा रहा है?
उन्हें 'एक्स-बीआईएस और सिक्योरिटी गैजेट हैंडलिंग कोर्स' का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो उन्हें आधुनिक सुरक्षा उपकरणों का संचालन सिखाएगा।
इस प्रशिक्षण का उद्देश्य क्या है?
इसका उद्देश्य सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए जवानों को तकनीकी और व्यावहारिक रूप से दक्ष बनाना है।
कौन-कौन से अधिकारी उद्घाटन सत्र में शामिल हुए?
उद्घाटन सत्र में सीआईएसएफ, एनसीआरटीसी और डीएमआरसी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
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