क्या नारी शक्ति और स्वास्थ्य राष्ट्र की प्रगति का आधार है? : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल

सारांश
Key Takeaways
- नारी शक्ति और स्वास्थ्य राष्ट्र की प्रगति का मूल आधार हैं।
- शिक्षा और कौशल का सदुपयोग सामाजिक उन्नति में किया जाना चाहिए।
- महिलाओं को कृषि क्षेत्र में सशक्त बनाने की दिशा में ड्रोन दीदी पहल महत्वपूर्ण है।
- सरकार की स्टार्टअप योजनाओं का लाभ उठाना आवश्यक है।
- सशक्त समाज के निर्माण के लिए पोषण और स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए।
लखनऊ, 21 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यह स्पष्ट किया कि नारी शक्ति और उसका स्वास्थ्य राष्ट्र की प्रगति का मूल आधार है। पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा और आत्मनिर्भरता एक सशक्त समाज का निर्माण करते हैं।
उन्होंने यह बात रविवार को सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ के 18वें दीक्षांत समारोह के दौरान कही।
राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओं को बधाई दी और सुझाव दिया कि विश्वविद्यालय से मिली शिक्षा और कौशल का उपयोग देश के सीमांत और मध्यवर्गीय कृषकों की उन्नति में करें। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा ग्रामीण स्तर पर किए जा रहे कार्यों की सराहना की और गाजियाबाद के आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 300 किटों का वितरण भी किया।
इस दीक्षांत समारोह में कुल 583 उपाधियां प्रदान की गईं, जिनमें 406 छात्र और 177 छात्राएं शामिल थीं। कुल 26 पदक भी वितरित किए गए, जिनमें 16 छात्राओं और 10 छात्रों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर चार प्रायोजित पदक भी पहली बार प्रदान किए गए।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए ‘ड्रोन दीदी’ पहल की शुरुआत की है। महिलाएं कृषि क्षेत्र में नई पहचान बना रही हैं।
उन्होंने विद्यार्थियों से अनुरोध किया कि वे अपने ज्ञान का सदुपयोग देशहित में करें और सरकार द्वारा चलाई जा रही स्टार्टअप और कृषि योजनाओं का लाभ उठाएं।
कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने उपाधि प्राप्त छात्रों को बधाई दी और कहा कि ये युवा विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों को पूरा करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
कुलपति प्रो. केके सिंह ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों, भविष्य की परियोजनाओं और शिक्षा, शोध एवं प्रसार के कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला।