क्या जीएसआरटीसी ने भारत के हरित और एकीकृत परिवहन का नेतृत्व संभाला है?

Key Takeaways
- गुजरात की अग्रणी भूमिका भारत के परिवहन क्षेत्र में महत्वपूर्ण है।
- जीएसआरटीसी ने इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों का परिचय दिया है।
- सार्वजनिक परिवहन में वित्तीय स्थिरता के लिए एसबीआई के साथ समझौता हुआ।
- समिट में डिजिटल और स्मार्ट परिवहन के विषयों पर चर्चा की गई।
- जीएसआरटीसी नागरिकों के लिए सस्टेनेबल परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
गांधीनगर, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (जीएसआरटीसी) ने शनिवार को गांधीनगर के गिफ्ट सिटी में ‘नेशनल मोबिलिटी अवॉर्ड्स और समिट-2025’ का बखूबी आयोजन किया। इस एक दिवसीय समिट का विषय था ‘एक्सीलरेटिंग फ्यूचर मोबिलिटी: ग्रीन, इंटीग्रेटेड एंड डिजिटली ड्रिवेन’। इसने भारत के परिवहन क्षेत्र में गुजरात की महत्वपूर्ण भूमिका को और मजबूत किया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मार्गदर्शन में आयोजित इस समिट में परिवहन के भविष्य में आने वाली चुनौतियों और नए अवसरों पर गहन चर्चा की गई।
गुजरात सरकार के बंदरगाह एवं परिवहन विभाग के प्रधान सचिव आरसी मीणा ने कहा कि जीएसआरटीसी रोजाना लगभग 27 लाख यात्रियों को सुरक्षित रूप से उनके गंतव्यों तक पहुंचाती है। यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ, जीएसआरटीसी ने पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी है। इसके चलते गुजरात इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों जैसी नई पहलों के माध्यम से हरित परिवहन की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।
इस समिट में जीएसआरटीसी के प्रबंधन निदेशक एम. नागराजन ने कहा कि वर्तमान में सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने वाले यात्री आराम, सुरक्षा और विभिन्न परिवहन माध्यमों के बीच seamless connectivity की अपेक्षा करते हैं। राज्य सरकार का परिवहन निगम इन अपेक्षाओं को पूरी ईमानदारी से पूरा करने को प्रतिबद्ध है। समिट में एसेट मोनेटाइजेशन और नॉन-फेयर रेवेन्यू जैसे भविष्य-उन्मुख मॉडल पर भी चर्चा हुई।
समिट का सबसे बड़ा आकर्षण जीएसआरटीसी और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बीच हुआ समझौता करार (एमओयू) रहा। इस करार से सार्वजनिक परिवहन में वित्तीय स्थिरता और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। एसबीआई के अधिकारियों ने बताया कि उनकी ग्रीन फाइनेंसिंग पहल पहले ही 63,000 करोड़ रुपए से अधिक की है। यह साझेदारी भारत में टिकाऊ परिवहन को और अधिक गति देगी।
समिट में ‘ई-गवर्नेंस मैगजीन’ का एक विशेषांक लॉन्च किया गया, जिसमें जीएसआरटीसी और गुजरात की हरित परिवहन पहलों को विशेष स्थान दिया गया है। समिट में टाटा मोटर्स, चार्जजोन, जेएसएल, एमनेक्स और एसबीआई जैसी प्रमुख कंपनियों ने भाग लिया। इसके अलावा, सार्वजनिक और निजी परिवहन क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली विभिन्न संस्थाओं को ‘नेशनल मोबिलिटी अवॉर्ड्स-2025’ प्रदान किए गए।
इस समिट में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल टिकटिंग, एआई-आधारित फ्लीट प्रबंधन, सुरक्षा और गैर-किराया राजस्व जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
महत्वपूर्ण है कि जीएसआरटीसी नागरिक-केंद्रित, पर्यावरण अनुकूल और डिजिटली सशक्त परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत की हरित और एकीकृत मोबिलिटी क्रांति का नेतृत्व करने का गुजरात का संकल्प इस समिट के माध्यम से और मजबूत हुआ है।