क्या विकास के अभाव में लोग नक्सलवाद का रास्ता अपनाते हैं? जदयू विधायक मनोज यादव
सारांश
Key Takeaways
- अशिक्षा नक्सलवाद का एक प्रमुख कारण है।
- विकास के अभाव में लोग नकारात्मक विकल्प चुनते हैं।
- नीतीश कुमार की सख्त कार्यशैली का सकारात्मक परिणाम।
- बांका जिले में विकास पर जोर।
- गंगा नदी का पानी बेलहर डैम में लाने की योजना।
भागलपुर, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के विधायक मनोज यादव ने कहा कि अशिक्षा के चलते लोग नक्सलवाद का मार्ग चुन लेते हैं। अगर शिक्षा को आगे बढ़ने का मौका मिले, तो नक्सलवाद का प्रभाव समाप्त हो जाएगा और विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।
उन्होंने सोमवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि विकास की कमी के कारण भी लोग नक्सलवाद का रास्ता अपनाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए नीतीश कुमार की सरकार ने अपने कार्यकाल में विकास को प्राथमिकता दी। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि विकास से जुड़े कार्यों में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। आज इसी सख्त कार्यशैली के कारण नक्सलवाद मरणासन्न स्थिति में पहुंच चुका है।
जदयू विधायक मनोज यादव ने नीतीश कुमार के शासनकाल में हुए विकास कार्यों का उल्लेख किया। उनके अनुसार, वर्तमान में नीतीश कुमार बिहार के बांका जिले को विशेष प्राथमिकता दे रहे हैं। वहाँ वे लगातार विकास से संबंधित कार्य करा रहे हैं। मुख्यमंत्री का लक्ष्य है कि बांका जिले को उद्योग का केंद्र बनाया जाए, ताकि बड़ी संख्या में लोगों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न हो सकें।
उन्होंने बताया कि बेलहर डैम का कार्य प्रारंभ हो चुका है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यहाँ गंगा नदी का पानी आ सके और आने वाले दिनों में यह पानी कोझी डैम में भी पहुँचेगा। फोरलेन का कार्य भी शुरू हो चुका है।
उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेल मंत्री से मुलाकात की थी और रेलवे से संबंधित लंबित परियोजनाओं को तुरंत शुरू करने का आग्रह किया। हमारी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि राज्य की जनता को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने हमेशा से विकास कार्यों को तेजी से किया है और अब नई सरकार में भी विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। हमारी सरकार का उद्देश्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास का लाभ पहुँचाना है।