क्या नेपाल की जेल से भागे 30 कैदियों को भारतीय सीमा पर गिरफ्तार किया गया?

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क्या नेपाल की जेल से भागे 30 कैदियों को भारतीय सीमा पर गिरफ्तार किया गया?

सारांश

नेपाल की जेल से भागे 30 कैदियों की गिरफ्तारी ने सीमा सुरक्षा को एक बार फिर से चर्चा में ला दिया है। जानिए इस घटना के पीछे की कहानी और नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों की स्थिति के बारे में।

Key Takeaways

  • सशस्त्र सीमा बल ने 30 कैदियों को भारतीय सीमा पर पकड़ा।
  • गिरफ्तारी के दौरान उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और बिहार के कैदी शामिल हैं।
  • नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास जारी हैं।

नई दिल्ली, 11 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नेपाल की जेल से भागे 30 कैदियों को भारतीय सीमा में घुसने के प्रयास के दौरान सशस्त्र सीमा बल ने पकड़ लिया। इनमें से 17 कैदियों को उत्तर प्रदेश से और 13 को पश्चिम बंगाल और बिहार से गिरफ्तार किया गया है।

उत्तर प्रदेश में गिरफ्तारियां लखीमपुर, बहराइच और बलरामपुर के क्षेत्रों में रातभर की गश्त के दौरान हुईं। यह कार्रवाई नेपाल की जेल से कैदियों के भागने की सूचना मिलने के बाद शुरू की गई थी।

यह जानकारी बुधवार दोपहर को सशस्त्र सीमा बल को मिली थी, जिसके बाद उन्होंने प्रत्येक स्थान पर चौकसी बढ़ा दी ताकि किसी भी व्यक्ति को भारत में प्रवेश करने से रोका जा सके।

हिंसा प्रभावित नेपाल में फंसे तेलुगु लोगों को निकालने का कार्य गुरुवार को तेजी से आगे बढ़ा। सिमिकोट से 12 लोगों को लेकर विशेष उड़ान रवाना हुई, जबकि 22 लोगों का एक अन्य समूह सड़क मार्ग से सुरक्षित लौट आया।

आंध्र प्रदेश के मंत्री नारा लोकेश ने जानकारी दी कि 200 से अधिक लोगों को हवाई मार्ग से लाने के लिए काठमांडू से नई दिल्ली के बीच उड़ान की योजना बनाई गई है।

मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा कि 133 लोगों को काफिले की सुरक्षा में हवाई अड्डे तक पहुंचाया गया है। पोखरा से एक चार्टर विमान उड़ान भरेगा, जो 10 फंसे तेलुगु लोगों को इंडिगो की उड़ान में सवार होने के लिए काठमांडू लाएगा।

अधिकारियों ने कहा कि 133 फंसे हुए लोग काठमांडू हवाई अड्डे पर पहुंच चुके हैं, जबकि 43 अन्य के जल्द ही पहुंचने की उम्मीद है।

राज्य सरकार ने केंद्र सरकार, काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास और नेपाली अधिकारियों के साथ मिलकर फंसे नागरिकों को निकालने की पहल की है।

आंध्र प्रदेश के कुल 217 नागरिकों का नेपाल में पता लगाया गया है, जिनमें से 173 काठमांडू, 22 हेटौडा, 10 पोखरा और 12 नेपाल-चीन सीमा के निकट सिमिकोट में हैं।

Point of View

भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। सरकार को चाहिए कि वह नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय कदम उठाए।
NationPress
11/09/2025

Frequently Asked Questions

नेपाल की जेल से भागे कैदियों को क्यों गिरफ्तार किया गया?
ये कैदी भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे, जिसे सशस्त्र सीमा बल ने रोक दिया।
कितने कैदियों को गिरफ्तार किया गया?
कुल 30 कैदियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से 17 उत्तर प्रदेश से और 13 पश्चिम बंगाल तथा बिहार से हैं।
नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
आंध्र प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार और भारतीय दूतावास के साथ मिलकर नागरिकों को निकालने की योजना बनाई है।