क्या अशोक सिंघल की पुण्यतिथि पर नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी?
सारांश
Key Takeaways
- अशोक सिंघल का जीवन धर्म और राष्ट्र की सेवा में समर्पित था।
- उनकी पुण्यतिथि पर कई नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
- राम जन्मभूमि आंदोलन में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा।
नई दिल्ली, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख अगुआ और विश्व हिंदू परिषद के उच्चतम नेतृत्वकर्ताओं में से एक, अशोक सिंघल की पुण्यतिथि पर देशभर के अनेक प्रमुख नेताओं ने उन्हें स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। नेताओं ने उनके त्याग, तप और राष्ट्रीय-धार्मिक चेतना के प्रति किए गए योगदान को सलाम किया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अशोक सिंघल की पुण्यतिथि पर उनके तप और त्याग को नमन करते हुए 'एक्स' पर पोस्ट किया, "श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के पुरोधा अशोक सिंघल जी ने धर्म, राष्ट्र और संस्कृति के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। सुख-सुविधाओं और वैभव का त्याग कर वे जीवनभर स्वसंस्कृति और स्वधर्म के लिए कार्यरत रहे।"
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अशोक सिंघल को विश्व हिंदू परिषद का शिखर पुरुष बताते हुए कहा कि उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा, "आपका जीवन सनातन संस्कृति के संरक्षण और राष्ट्ररक्षा के संकल्प का अनुपम प्रतीक है। राष्ट्र के सांस्कृतिक गौरव को पुनर्स्थापित करने में आपका योगदान प्रेरणादायक है। मातृभूमि की सेवा और धर्म की रक्षा के अप्रतिम कार्यों एवं प्रयासों के लिए आप सदैव स्मरणीय हैं।"
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अशोक सिंघल को मातृभूमि और धर्म की रक्षा का सच्चा साधक बताया। उन्होंने 'एक्स' पोस्ट में लिखा, "श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के पुरोधा और विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मातृभूमि की सेवा और धर्म की रक्षा के अप्रतिम कार्यों और प्रयासों के लिए आपको युगों-युगों तक स्मरण किया जाएगा। धर्म और राष्ट्र के सच्चे प्रहरी के चरणों में प्रणाम।"
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अशोक सिंघल का संपूर्ण जीवन राष्ट्रभक्ति, धर्मनिष्ठा और भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण को समर्पित रहा। सीएम योगी ने लिखा, "श्रद्धेय सिंघल जी के त्याग, तप और संकल्प से प्रेरणा लेकर हम राष्ट्रहित व सनातन मूल्यों की रक्षा के पथ पर सतत अग्रसर हैं।"
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि धर्म, राष्ट्र और समाज के उत्थान में सिंघल जी का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने उनकी पुण्यतिथि पर कोटि-कोटि नमन किया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अशोक सिंघल के तप, त्याग और सनातन धर्म के प्रति अटूट आस्था ने भारतीय समाज को एक नई चेतना देने का कार्य किया है। सनातन परंपरा की रक्षा और राष्ट्र की सांस्कृतिक आधारशिला को दृढ़ बनाने में उनका जीवन एक साधक की भांति समर्पित रहा।