क्या निरहुआ ने खेसारी लाल को आस्था का मजाक बनाने पर जवाब दिया?
सारांश
Key Takeaways
- निरहुआ ने खेसारी के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।
- बिहार में एनडीए सरकार का विकास महत्वपूर्ण है।
- आस्था का मजाक बनाना अनुचित है।
- राजद की हार की संभावना के चलते गुंडागर्दी का आरोप।
- जनता का विश्वास एनडीए पर है।
पटना, 7 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। आजमगढ़ से पूर्व सांसद और भोजपुरी अभिनेता दिनेश लाल यादव (निरहुआ) ने एक बार फिर छपरा सीट से राजद के प्रत्याशी खेसारी लाल यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने खेसारी के राम मंदिर विरोधी बयान और घर तोड़ने के गलत आरोपों का जवाब दिया है।
बिहार विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए निरहुआ बिहार में हैं और अलग-अलग जिलों में पार्टी के लिए प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने मीडिया के सामने सरकार बनाने का दावा किया है और बिहार में हुए विकास पर चर्चा की।
उन्होंने कहा, "सभी जानते हैं कि पहले बिहार में स्थिति कैसी थी। एनडीए सरकार में बिहार ने विकास करना शुरू किया है और जनता इस बात को भली-भांति समझती है, इसलिए बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनेगी। बाकी सब जनता के हाथ में है, जो वे चाहेंगे, वह हमें स्वीकार होगा।"
दलित मतदाताओं को मतदान से रोकने के विवाद पर दिनेश लाल यादव ने कहा, "राजद जान चुकी है कि वे हारने वाले हैं और इसी वजह से गुंडागर्दी पर उतर आए हैं। वे कुछ भी कर लें, पहले चरण के चुनाव में रिकॉर्ड मतदान हुआ है। बिहार की जनता जानती है कि उनके लिए एनडीए सरकार बेहतर है। जनता खुद राजद को चुनावों में जवाब देने वाली है। अगर ये पार्टी हैं, तो उन्हें जनता की रक्षा करनी चाहिए, न कि उनकी पिटाई।"
खेसारी लाल यादव के राम मंदिर विरोध और दूध से नहाने संबंधी बयान पर निरहुआ ने कहा कि खेसारी को यह समझना चाहिए कि किसी की पूजा-पद्धति या आस्था का मजाक नहीं बनाना चाहिए। आप चुनाव लड़ रहे हैं तो सामने वाली पार्टी का विरोध करें, लेकिन किसी की भावना और आस्था का विरोध करना गलत है।
एनडीए सरकार द्वारा घर तोड़ने के आरोपों का जवाब देते हुए निरहुआ ने कहा कि खेसारी लाल यादव ने इस मामले को चुनावी मुद्दा बना दिया है। उनके घर के आगे शेड था, जो अतिक्रमण का हिस्सा था। अब जो जगह सरकार की है और आप वहां शेड लगाकर खुद का बना लेंगे तो नगरपालिका कार्रवाई तो करेगी। उनके घर के आगे का शेड हटाया गया है, न कि घर तोड़ा गया है।