क्या नितीश भारद्वाज ने आंखों की लालिमा कम करने के लिए आई ड्रॉप का इस्तेमाल किया?
सारांश
Key Takeaways
- नितीश भारद्वाज ने महाभारत में भगवान कृष्ण का किरदार निभाया।
- उन्होंने मराठी सिनेमा से अपने करियर की शुरुआत की।
- काम के दबाव के कारण उन्होंने आई ड्रॉप का इस्तेमाल किया।
- उनकी व्यक्तिगत जिंदगी में कई चुनौतियाँ हैं।
- वे थियेटर में सक्रिय हैं और फैंस के साथ जुड़े रहते हैं।
नई दिल्ली, 19 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। 1988 में बी आर चोपड़ा के द्वारा प्रसारित 'महाभारत' में भगवान श्री कृष्ण का किरदार निभाने वाले नितीश भारद्वाज हर घर में जाने-पहचाने नाम बन गए थे। आज भी जब लोग भगवान श्री कृष्ण का नाम लेते हैं, तो नितीश भारद्वाज का चेहरा याद आता है। इस समय, एक्टर सोशल मीडिया के माध्यम से अपने फैंस के साथ जुड़े हुए हैं और हाल ही में उन्होंने एक पुराना इंटरव्यू साझा किया है जिसमें उनके प्रारंभिक करियर के बारे में चर्चा की गई है।
नितीश भारद्वाज ने अपने सोशल मीडिया पर एक पुरानी इंटरव्यू की तस्वीर साझा की है, जिसमें बताया गया है कि कैसे उन्होंने नौकरी छोड़कर मराठी सिनेमा में सहायक निर्देशक के रूप में काम करना शुरू किया और बाद में हिंदी सिनेमा में भी अपनी पहचान बनाई। इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि महाभारत के दौरान उनकी व्यस्तता इतनी अधिक थी कि वह इंटरव्यू देने का समय नहीं निकाल पाते थे, और काम के दबाव के कारण उनकी आंखों की लालिमा कम करने के लिए उन्हें आई ड्रॉप का सहारा लेना पड़ता था।
इस पुरानी याद को साझा करते हुए नितीश भारद्वाज ने लिखा, "वरिष्ठ पत्रकार उल्हास शिर्के की एक पुरानी याद, जिसमें महाभारत में भगवान कृष्ण के रूप में मेरे प्रारंभिक दिनों को कैद किया गया है। हर शॉट को बेहतरीन बनाने से लेकर सेट पर लंबी बातचीत और अपने माता-पिता और गुरुओं की सीख के अनुसार हमेशा जमीन से जुड़े रहने तक, इन यादों ने मुझे एक इंसान के रूप में गढ़ा है।"
इससे पहले, नितीश भारद्वाज ने अपनी एक फैन द्वारा भेजे गए हाथ से लिखे पत्र को साझा किया था, जिसमें एक महिला फैन ने उनके श्री कृष्ण के किरदार से प्रभावित होकर उनकी शिक्षाओं को अपनाने की बात कही थी। यह देखकर एक्टर बहुत खुश हुए थे।
गौरतलब है कि नितीश भारद्वाज पर्दे से दूर हैं, लेकिन थियेटर में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरते रहते हैं। उनकी व्यक्तिगत जिंदगी में भी कई चुनौतियाँ हैं। उनका तलाक हो चुका है और वह अपनी दोनों बेटियों की कस्टडी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी पूर्व पत्नी ने नितीश पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था।