क्या 2005 से पहले शाम होते ही लोग घरों में दुबक जाते थे?: नीतीश कुमार
सारांश
Key Takeaways
- 2005 से पहले बिहार की स्थिति संकट में थी।
- नीतीश कुमार की सरकार ने विकास कार्य किए हैं।
- शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार किया गया है।
- रोजगार के अवसरों में वृद्धि की गई है।
- बिहार में शांति का माहौल है।
जमुई, 6 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान के दौरान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जमुई आए और एक चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने 2005 से पहले की सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले, जब शाम होती थी, लोग अपने घरों में छुप जाते थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा में कहा, "आप सभी को याद है कि हमारी सरकार 24 नवंबर 2005 को सत्ता में आई थी और तब से हम 20 वर्ष से अधिक समय से शासन कर रहे हैं। इन वर्षों में, हमारी सरकार ने बिहार में कई विकास कार्य किए हैं।"
उन्होंने पूर्व की सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि पिछली सरकार ने राज्य को खराब स्थिति में छोड़ दिया था। लोग शाम के समय बाहर निकलने में सुरक्षित महसूस नहीं करते थे, और अक्सर सांप्रदायिक झगड़े होते थे। शिक्षा की स्थिति भी अत्यंत खराब थी, बहुत कम बच्चे पढ़ाई कर रहे थे और स्वास्थ्य सेवाएं अपर्याप्त थीं। सड़कें जर्जर थीं और बिजली केवल कुछ स्थानों पर ही उपलब्ध थी। हमारी सरकार ने सभी के हित में काम किया।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि डबल इंजन की सरकार बिहार के विकास की दिशा में काम कर रही है। हमारी सरकार में किसी प्रकार का डर या भय नहीं है, बल्कि शांति का माहौल है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। नए स्कूल खोले गए, बच्चों को स्कूल लाने के लिए साइकिल योजना शुरू की गई। 2 लाख 58 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की गई। पहले स्वास्थ्य सेवाएं अत्यंत खराब थीं, लेकिन अब स्वास्थ्य केंद्रों पर दवा मुफ्त उपलब्ध कराई गई है। 27 जिलों में नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं।
रोजगार के संदर्भ में, उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 50 लाख युवाओं को रोजगार दिया है। अब हम तय कर चुके हैं कि अगले पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को नौकरी प्रदान की जाएगी।