क्या नीतीश कुमार ही एनडीए के सीएम चेहरा हैं? : अश्विनी चौबे
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार एनडीए के लिए एक मजबूत नेतृत्व हैं।
- महागठबंधन की घोषणाओं पर सवाल उठाए गए हैं।
- बिहार में सुशासन के तहत विकास हो रहा है।
नई दिल्ली, २४ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन द्वारा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने और एनडीए के सीएम चेहरे पर तंज कसने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार चौबे ने सटीक जवाब दिया है।
अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि नीतीश कुमार एनडीए के नेता हैं और हमारे मुखिया हैं। हम पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनावी मैदान में हैं। एनडीए की जीत एक बार फिर सुनिश्चित है। नीतीश कुमार हमारे मुखिया रहे हैं, हैं और रहेंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए के नेता हैं।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में चौबे ने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग जेपी आंदोलन में हमारे साथ थे, उनके डीएनए में जहर, छल और भ्रष्टाचार भरा है। ऐसे लोग बिहार पर कभी शासन नहीं कर सकते। जेपी आंदोलन का सपना एक नए बिहार का था, और आज नीतीश कुमार के नेतृत्व में चल रहा बिहार वही नया बिहार है।
उन्होंने जंगलराज के दौर का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय एक मां को चिंता रहती थी कि सुबह घर से निकला उसका बेटा शाम तक लौटेगा भी या नहीं। नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज के उस खौफ से बाहर निकाला और सुशासन के तहत विकास किया है।
राजद नेता तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि बिहार अब आतंक के माहौल को बर्दाश्त नहीं करेगा। महागठबंधन की घोषणाएं मुंगेरीलाल के हसीन सपनों जैसी हैं। राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव ने नौकरी के नाम पर लोगों से जमीनें हड़पीं। गोपालगंज में सैकड़ों लोगों से नौकरी के नाम पर जमीनें लिखवाई गईं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि लालू प्रसाद यादव ने जेपी आंदोलन की आत्मा को चोट पहुंचाई है। जिनके डीएनए में भ्रष्टाचार हो वे बिहार का शासन नहीं चला सकते।
तेजस्वी यादव के सरकारी नौकरी के दावों पर चौबे ने कहा कि तेजस्वी यादव झूठे दावे कर रहे हैं। उनके वादे हवा-हवाई हैं। बिहार की जनता को विकास करने वाली सरकार पर भरोसा है। वे कभी भी उनके बिहार में आतंक फैलाने वालों की सरकार नहीं बनाएंगे।