क्या हर वर्ग का उत्थान करना नीतीश कुमार का विकास मॉडल है? : नीरज कुमार

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क्या हर वर्ग का उत्थान करना नीतीश कुमार का विकास मॉडल है? : नीरज कुमार

सारांश

नीरज कुमार ने नीतीश कुमार के विकास मॉडल की प्रशंसा की है, जिसमें उन्होंने बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग की स्थापना का निर्णय लिया है। यह निर्णय समाज के गरीब वर्गों के उत्थान की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। जानिए इस पहल का समाज पर क्या प्रभाव पड़ेगा।

Key Takeaways

  • नीतीश कुमार का विकास मॉडल समाज के हर वर्ग के उत्थान को ध्यान में रखता है।
  • बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन एक सकारात्मक कदम है।
  • सामाजिक न्याय और अधिकारों की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हो रही है।
  • ऑपरेशन सिंदूर से युवाओं में देशभक्ति बढ़ेगी।
  • राजनीति में नए समीकरणों का उदय हो सकता है।

पटना, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता नीरज कुमार ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्णय को विकास का एक महत्वपूर्ण मॉडल बताया है, जिसमें मुख्यमंत्री ने बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है।

रविवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में जदयू नेता ने कहा कि नीतीश कुमार की नीतियाँ समाज के गरीब और वंचित वर्गों, विशेषकर सफाई कर्मचारियों को सामाजिक न्याय और विकास प्रदान करती हैं। नीरज कुमार ने इसे डॉ. राम मनोहर लोहिया, डॉ. भीमराव अंबेडकर और महात्मा गांधी के सपनों को साकार करने वाला कदम बताया है, जो समाज के हर तबके के उत्थान पर केंद्रित है।

उन्होंने कहा कि आज जो कुछ भी बिहार में होता है, वही देश आगे अपनाता है।

बिहार की कानून-व्यवस्था पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के बयान पर जदयू नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि मन को स्वस्थ रखना चाहिए। अगर मन अस्वस्थ रहेगा तो हृदय में अशुद्धियाँ उत्पन्न होंगी। अशुद्धियाँ दुःख का कारण बनेंगी और दुःख बेचैनी का कारण बनेगा। बेचैनी से बचना चाहिए, क्योंकि यह शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है। जब शारीरिक स्वास्थ्य ठीक नहीं होगा, तो राजनीतिक परिस्थितियों में भी कठिनाई होगी।

सपा सांसद रामजीलाल सुमन के बयान पर उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद का क्या इरादा है, मुझे नहीं मालूम और इससे मुझे कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन डॉ. भीमराव अंबेडकर ने संविधान में कहा था कि सामाजिक असमानता विद्यमान है, इसलिए सामाजिक सुरक्षा के लिए आरक्षण का प्रावधान रखा गया था। स्वामी विवेकानंद ने भी कहा था कि धर्मांतरण तलवार के बल पर नहीं, बल्कि सामाजिक और आर्थिक कारणों से होता है। उन्होंने कहा कि जब सपा को सत्ता में आने का मौका मिला, तो सामाजिक असमानता को दूर करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।

तेजप्रताप यादव के निर्दलीय चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने पिता लालू प्रसाद यादव की टोपी छोड़कर दूसरी टोपी पहन ली है। जनता जानना चाहती है कि वह किसे टोपी पहना रहे हैं। उन्होंने तेजप्रताप यादव के कदम को राजनीति से प्रेरित बताया है, क्योंकि यदि उन्हें राजद ने पार्टी और परिवार से बाहर कर दिया है, तो विधानसभा में उनकी कुर्सी तेजस्वी यादव के बगल में क्यों रिजर्व रखी गई है?

जदयू के वरिष्ठ नेता ने ऑपरेशन सिंदूर को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की सराहना की। उन्होंने कहा, हमारी युवा पीढ़ी को इस पाठ्यक्रम से जानकारी मिलेगी कि कैसे हमारी सेना ने 9 आतंकी ठिकानों को 22 मिनट में ध्वस्त कर दिया। पाठ्यक्रम में भारतीय सेना की शौर्य गाथा को दर्शाया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम नई पीढ़ी को देश की सैन्य ताकत और रणनीतिक क्षमता से परिचित कराएगा। उन्होंने कहा कि यह पाठ्यक्रम छात्रों में देशभक्ति और मानसिक प्रतिबद्धता को बढ़ाएगा, जिससे वे राष्ट्रीय सुरक्षा और एकता के प्रति जागरूक होंगे।

Point of View

जो निस्संदेह प्रशंसा के योग्य है। यह कदम सामाजिक न्याय और विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

नीतीश कुमार का विकास मॉडल क्या है?
नीतीश कुमार का विकास मॉडल समाज के हर वर्ग के उत्थान पर केंद्रित है, विशेषकर गरीब और वंचित वर्गों के लिए।
बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन क्यों किया गया?
इस आयोग का गठन सफाई कर्मचारियों को सामाजिक न्याय और अधिकार देने के लिए किया गया है।
नीरज कुमार ने नीतीश कुमार के निर्णय पर क्या कहा?
नीरज कुमार ने इसे विकास का मॉडल और सामाजिक न्याय का महत्वपूर्ण कदम बताया।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
ऑपरेशन सिंदूर एक सैन्य अभियान है जिसमें भारतीय सेना ने आतंकी ठिकानों को नष्ट किया।
तेजप्रताप यादव के चुनाव लड़ने का क्या प्रभाव है?
तेजप्रताप यादव का चुनाव लड़ना राजनीति में नए समीकरण उत्पन्न कर सकता है।