क्या नीतीश कुमार की योजना असम में भी सफल रही? डेमोग्राफिक परिवर्तन देश के लिए संकट: हिमंत बिस्वा सरमा
सारांश
Key Takeaways
- नीतीश कुमार की लाखपति दीदी योजना को असम में भी अपनाया गया है।
- डेमोग्राफिक परिवर्तन पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई है।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर काम कर रहे हैं।
- यह विषय अब राष्ट्रीय बहस का हिस्सा बन चुका है।
- राहुल गांधी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया हुई है।
पटना, ६ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने गुरुवार को पटना में कई मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय व्यक्त की। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 'लाखपति दीदी योजना' की प्रशंसा करते हुए कहा कि असम ने भी इस योजना को अपनाया है।
सीएम सरमा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नीतीश कुमार द्वारा पेश की गई योजना, जिसमें सेल्फ हेल्प ग्रुप की माताओं के बैंक खातों में १०-१० हजार रुपए डालने का प्रावधान है, को असम ने भी लागू किया है। असम में सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी महिलाएं भी इस लाभ का अनुभव कर रही हैं।
सीएम सरमा ने सीमावर्ती राज्यों में हो रहे डेमोग्राफिक परिवर्तन को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि झारखंड, बिहार, बंगाल और असम जैसे राज्यों में बांग्लादेश सीमा के निकटता के कारण जनसंख्या का स्वरूप तेजी से बदल रहा है। उन्होंने इसे देश के लिए एक बड़ी चुनौती बताया और कहा कि इस परिवर्तन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दिशा में काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले केवल असम में इस विषय पर चर्चा होती थी, लेकिन अब यह बिहार, झारखंड और बंगाल में भी राष्ट्रीय बहस का हिस्सा बन गया है। उन्होंने विश्वास जताया कि पीएम मोदी देश की अस्मिता की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाएंगे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के भारतीय सेना पर दिए गए बयान पर भी मुख्यमंत्री ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बयान देश को कमजोर करने की कोशिश है। सेना में ऐसे शब्द कहना देश के जवानों का अपमान है। उन्होंने कहा कि यह एक बड़ा गुनाह है और सुप्रीम कोर्ट को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।