क्या मीसा भारती लालू यादव को जेपी से किए वादों की याद दिलाएंगी?

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क्या मीसा भारती लालू यादव को जेपी से किए वादों की याद दिलाएंगी?

सारांश

दरभंगा में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर भाजपा के जागरूकता अभियान के तहत नित्यानंद राय ने कांग्रेस और राजद पर निशाना साधा। उन्होंने मीसा भारती से अपील की कि वे अपने पिता को पुराने वादों की याद दिलाएं। जानें इस कार्यक्रम के मुख्य बिंदु और नित्यानंद राय का बयान।

Key Takeaways

  • आपातकाल ने भारतीय लोकतंत्र को प्रभावित किया।
  • मीसा भारती को अपने पिता की याद दिलाने की आवश्यकता है।
  • परिवारवाद और भ्रष्टाचार से लड़ने की जरूरत है।
  • कांग्रेस को अपने पुराने वादों के लिए माफी मांगनी चाहिए।
  • नित्यानंद राय का बयान महत्वपूर्ण है।

दरभंगा, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा देशभर में चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के तहत शनिवार को दरभंगा जिले के अलीनगर विधानसभा क्षेत्र के पाली में एक जनसभा सह संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भाग लिया और कांग्रेस तथा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर गंभीर आरोप लगाए।

सभा से पहले आयोजित प्रेस वार्ता में नित्यानंद राय ने कहा कि आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा धब्बा था, जिसे देश कभी नहीं भुला सकता। उन्होंने इस दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनकी पुत्री मीसा भारती को सीधे निशाने पर लिया।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ है। मीसा भारती, जो स्वयं राजनीति में सक्रिय हैं और जिनका नाम उस 'मीसा' कानून से जुड़ा है, उन्हें अपने पिता लालू यादव को उस दौर की याद दिलानी चाहिए। वह कानून जिसने लोकतंत्र की हत्या की और हजारों लोगों को जेल में ठूसा था। लालू यादव उस समय जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई में अग्रणी थे। आज वही लालू यादव कांग्रेस की गोद में बैठे हैं। यह उन मूल्यों के साथ धोखा है, जिनके लिए जेपी आंदोलन खड़ा हुआ था।

नित्यानंद राय ने राजद और कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि ये दोनों पार्टियाँ परिवारवाद से ग्रसित हैं। लोकतंत्र की रक्षा के लिए खड़े होने वाले अब अपने स्वार्थों की खातिर लोकतंत्र को कुचल रहे हैं। भ्रष्टाचार और सत्ता लोलुपता ने इन दलों को संविधान की भावना से दूर कर दिया है।

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मैं मीसा बहन से आग्रह करता हूं कि अपने पिता को 'मीसा कानून' और आपातकाल की क्रूरता याद दिलाएं। आपको भी याद रखना चाहिए कि लोकतंत्र का मतलब भारत है और भारत का मतलब लोकतंत्र है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकतंत्र और संविधान के सच्चे भक्त हैं, जबकि कांग्रेस और राजद लोकतंत्र के खिलाफ षड्यंत्र रचने वाली ताकतें हैं।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लोकतंत्र की हत्या के लिए पूरे देश से 50 बार माफी मांगनी चाहिए। हर वर्ष के हिसाब से एक माफी।

Point of View

बल्कि एक गंभीर चेतावनी भी है। जब हम परिवारवाद और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर बात करते हैं, तो यह जरूरी है कि हम सभी दलों की नीतियों का मूल्यांकन करें।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

आपातकाल का भारत पर क्या प्रभाव पड़ा?
आपातकाल ने भारतीय लोकतंत्र को गंभीर क्षति पहुँचाई और कई लोगों को बिना किसी कारण के जेल में डाल दिया।
मीसा भारती किस कानून से जुड़ी हैं?
मीसा भारती का नाम 'मीसा' कानून से जुड़ा है, जो आपातकाल के दौरान लागू किया गया था।
नित्यानंद राय ने किस पर निशाना साधा?
नित्यानंद राय ने कांग्रेस और राजद पर परिवारवाद और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
क्या कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए?
नित्यानंद राय के अनुसार, कांग्रेस को लोकतंत्र की हत्या के लिए माफी मांगनी चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी का लोकतंत्र में क्या स्थान है?
प्रधानमंत्री मोदी को लोकतंत्र और संविधान का सच्चा भक्त माना जाता है।