क्या नोएडा में 9 करोड़ की साइबर ठगी का आरोपी गिरफ्तार हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें।
- फर्जी लिंक पर क्लिक न करें।
- महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने से बचें।
- साइबर हेल्पलाइन 1930 का उपयोग करें।
- सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त निवेश करें।
नोएडा, 27 जून (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए एक शातिर साइबर अपराधी सागर चौहान को गिरफ्तार किया है। इस पर 9 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह से संबंध होने का आरोप है, जो एक अस्पताल से जुड़ा हुआ था।
पुलिस के अनुसार, पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई थी कि कैशलेस उपचार प्रणाली के तहत उनके साथ 9 करोड़ की धोखाधड़ी की गई। साइबर थाने में इस मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच की गई।
जांच में पुलिस ने पहले से ही अस्पताल के पूर्व रिकवरी अधिकारी और उसके एक साथी को 25 जून को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसी क्रम में सागर चौहान को भी गिरफ्तार किया गया है।
पूछताछ के दौरान, सागर चौहान ने बताया कि उसके नाम पर एक फर्जी बैंक खाता खोला गया था, जिसमें 1.94 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए गए थे। उसे इस खाते के लिए 10 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाते थे। जब पुलिस ने बैंक खाते की जांच की, तो पता चला कि पिछले दो वर्षों में उस खाते से लगभग 182 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क की गहरी जांच कर रही है।
नोएडा पुलिस ने आम जनता को सतर्क करते हुए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं। किसी भी साइबर धोखाधड़ी की शिकायत करने के लिए साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें या वेबसाइट पर दर्ज करें।
बैंक कभी भी क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, आधार या पैन अपडेट करने के लिए लिंक नहीं भेजता। निवेश करते समय केवल सेबी द्वारा मान्यता प्राप्त शेयर बाजार का ही चयन करें। सोशल मीडिया पर पैसे कमाने के फर्जी ऑफर जैसे लाइक करने और टास्क पूरा करने के झांसे में न आएं और अज्ञात व्यक्तियों को पैसे ट्रांसफर करने से बचें।