क्या नोएडा के जेपी ग्रीन्स सोसायटी में चोरी करने वाले दो भाई गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- दो भाइयों की गिरफ्तारी ने सुरक्षा मुद्दों को उजागर किया।
जितेंद्र पूर्व में सोसाइटी में ड्राइवर था, जिससे उसे इलाके का ज्ञान था।
- चोरी की योजना व्यक्तिगत रंजिश पर आधारित थी।
- पुलिस ने सीसीटीवी और फॉरेंसिक के माध्यम से सुराग जुटाए।
- सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
ग्रेटर नोएडा, 18 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एक पॉश सोसाइटी में चोरी करने वाले दो भाइयों को गिरफ्तार किया है। इनसे चोरी की गई एक लाइसेंसी पिस्टल, सोने के सिक्के और लाखों रुपए बरामद हुए हैं।
पकड़े गए आरोपियों में से एक आरोपी पहले सोसाइटी के उसी घर में ड्राइवर की नौकरी करता था। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, बीटा-2 थाना पुलिस ने जेपी ग्रीन्स में घरों को निशाना बनाकर कीमती सामान की चोरी करने वाले शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से बरामद सामान में एक लाइसेंसी पिस्टल, सोने के 11 सिक्के, लाखों रुपये नकद, ज्वैलरी, मोटरसाइकिल और औजार शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान जितेंद्र और उसके भाई जुगेन्दर, निवासी ग्राम लडपुरा थाना कासना जिला गौतमबुद्धनगर के रूप में हुई है। मुख्य आरोपी जितेंद्र पूर्व में जेपी ग्रीन्स सोसाइटी में ड्राइवर की नौकरी कर चुका था और उसे इलाके की भौगोलिक स्थिति की पूरी जानकारी थी।
पीड़ित की शिकायत के अनुसार, 10 जुलाई की रात अज्ञात चोर ने जेपी ग्रीन्स स्थित उसके मकान का शीशा तोड़कर अलमारी में रखी एक इटली निर्मित लाइसेंसी पिस्टल, नकदी, सोने-चांदी की ज्वैलरी और अन्य कीमती सामान चोरी कर लिया था। जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस और फॉरेंसिक टीम की मदद से सुराग मिले।
पूछताछ में पता चला कि आरोपी जितेंद्र फरवरी 2025 तक पीड़ित के यहां ड्राइवर था, जिसे नौकरी से निकाल दिया गया था। रंजिश के चलते उसने वारदात को अंजाम देने की योजना बनाई। आरोपी ने घटना वाली रात पहले शराब पी, फिर पेचकश और हथौड़ी की मदद से घर में दाखिल होकर चोरी की। चोरी के बाद आरोपी अपने भाई जुगेन्दर की मदद से चोरी का माल छुपाने और बेचने की कोशिश कर रहा था।