क्या पुलिस ने अंतरराज्यीय चोरी गिरोह का भंडाफोड़ कर दो शातिर चोरों को गिरफ्तार किया?
सारांश
Key Takeaways
- दो शातिर चोरों की गिरफ्तारी
- लगभग 10 लाख रुपये का चोरी का सामान बरामद
- पुलिस की सक्रियता से गिरोह का भंडाफोड़
- अवैध हथियार और चोरी में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद
- अपराधियों का लंबा आपराधिक इतिहास
नोएडा, 24 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा की थाना फेस-1 पुलिस ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए बंद दुकानों को टारगेट करने वाले अंतर्राज्यीय चोर गिरोह के दो शातिर आरोपियों को पकड़ लिया है। पुलिस ने इन अपराधियों के पास से लगभग 10 लाख रुपये की चोरी का सामान, वारदात में प्रयुक्त वाहन, अवैध हथियार और चोरी में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद किए हैं।
पुलिस के अनुसार, थाना फेस-1 क्षेत्र में बुधवार को गश्त के दौरान और गोपनीय सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए हरौला सेक्टर-5 से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान आरिफ उर्फ चंकी पुत्र मो. मुतालिब और सोनू उर्फ जाकिर पुत्र अमर उर्फ उमर के रूप में हुई है।
दोनों अभियुक्त दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में सक्रिय थे और सर्दियों के मौसम में कोहरे और अंधेरे का लाभ उठाते थे। जांच में पता चला है कि ये लोग मारुति स्विफ्ट टूर-एस कार से दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न स्थानों पर घूमते थे और रात के समय बंद दुकानों के शटर के ताले तोड़कर चोरी करते थे। इसके लिए उनके पास विभिन्न प्रकार की मास्टर चाबियां होती थीं। यदि ताला न खुलता, तो वे कार जैक, हथौड़े और लोहे की रॉड का उपयोग करके शटर को उठाकर या तोड़कर दुकान से बहुमूल्य सामान चुरा लेते थे।
चोरी किया गया सामान कार में छिपाकर रखा जाता था और बाद में इसे उचित दाम पर बेच दिया जाता था। पुलिस ने आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त कार, 13 मास्टर चाबियां, हथौड़े, लोहे की रॉड, छैनी, कार जैक, प्लास, बैटरियां, ऑप्टिकल फाइबर केबल, क्लच प्लेट, वाहन शॉकर, सस्पेंशन रॉड, तांबा, लोहे-सरिये के टुकड़े और दो अवैध चाकू बरामद किए हैं।
थाना फेस-1 में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा बीएनएस और आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, दोनों अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है और वे दिल्ली, गाजियाबाद, बिजनौर सहित कई जिलों में चोरी, आर्म्स एक्ट और अन्य मामलों में वांछित रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और गिरोह से जुड़े अन्य अपराधों के खुलासे की संभावना है।