क्या नोएडा में फर्टिलाइजर टास्क फोर्स ने 28 उर्वरक विक्रेताओं पर छापेमारी की?

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क्या नोएडा में फर्टिलाइजर टास्क फोर्स ने 28 उर्वरक विक्रेताओं पर छापेमारी की?

सारांश

गौतमबुद्धनगर में फर्टिलाइजर टास्क फोर्स ने 28 उर्वरक विक्रेताओं पर छापेमारी की। इस कार्रवाई के अंतर्गत, किसानों के लिए उर्वरकों की उचित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं। जानें इस छापेमारी के पीछे क्या कारण थे और इससे किसानों को कैसे लाभ होगा।

Key Takeaways

  • फर्टिलाइजर टास्क फोर्स की सक्रियता से किसानों को लाभ होगा।
  • छापेमारी में 28 विक्रेताओं की जांच की गई।
  • चार विक्रेताओं को अनियमितता पर नोटिस जारी किए गए।
  • किसानों को उर्वरक की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
  • जिला प्रशासन किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले रहा है।

गौतमबुद्धनगर, 17 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश शासन और जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के दिशा-निर्देश पर, जिले में किसानों को उनकी जोत और कृषि भूमि के अनुसार उर्वरक की उचित मात्रा उपलब्ध कराने के लिए लगातार प्रयास जारी हैं। फसलों की आवश्यकता के अनुसार उर्वरकों की बिक्री एवं वितरण सुनिश्चित करने के साथ-साथ ओवररेटिंग, कालाबाजारी, तस्करी और अनियमित टैगिंग जैसी गतिविधियों पर प्रभावी रोक लगाने के लिए फर्टिलाइजर टास्क फोर्स सक्रिय रूप से निगरानी कर रही है और आवश्यक कार्रवाई कर रही है।

इसी क्रम में, जिला कृषि अधिकारी विवेक दुबे ने बताया कि आज कृषि विभाग, राजस्व विभाग और सहकारिता विभाग की संयुक्त टीमों ने जनपद की तीनों तहसीलों सदर, जेवर और दादरी में उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की।

उन्होंने कहा कि तहसील सदर क्षेत्र में उप कृषि निदेशक की टीम, तहसील जेवर में जिला कृषि अधिकारी की टीम एवं तहसील दादरी में अपर जिला कृषि अधिकारी की टीम ने कुल 28 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की, जिसमें उर्वरक की उपलब्धता, मूल्य, वितरण एवं टैगिंग की जांच की गई।

इस दौरान सभी विक्रेताओं को निर्धारित मूल्य पर ही उर्वरकों की बिक्री करने और जबरन अन्य उत्पादों की टैगिंग न करने के स्पष्ट निर्देश दिए गए। जनपद में किसानों की मांग के अनुसार सभी समितियों पर यूरिया सहित अन्य आवश्यक उर्वरकों की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।

उन्होंने यह भी बताया कि निरीक्षण के दौरान संदेह के आधार पर 7 उर्वरकों के नमूने संग्रहित कर उनकी गुणवत्ता की जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं, जबकि 4 दुकानदारों को अनियमितता बरतने पर कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।

उर्वरक प्रतिष्ठानों पर निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारियों द्वारा कृषकों से संवाद कर उर्वरक वितरण संबंधी जानकारी प्राप्त की गई और कृषकों को बताया गया कि आगे भी शासन एवं जिलाधिकारी के निर्देशानुसार जनपद में उर्वरक विक्रेताओं एवं संस्थाओं के निरीक्षण की कार्रवाई लगातार जारी रखी जाएगी, ताकि जनपद कृषकों को समय से गुणवत्ता युक्त उर्वरक उपलब्ध कराया जा सके।

Point of View

यह कार्रवाई किसानों के हित में एक महत्वपूर्ण कदम है। फर्टिलाइजर टास्क फोर्स की सक्रियता यह दर्शाती है कि शासन किसानों की समस्याओं को गंभीरता से ले रहा है। यह सुनिश्चित करना कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक समय पर मिले, एक सकारात्मक दिशा में उठाया गया कदम है।
NationPress
17/07/2025

Frequently Asked Questions

फर्टिलाइजर टास्क फोर्स क्या है?
फर्टिलाइजर टास्क फोर्स एक सरकारी इकाई है जो उर्वरकों की बिक्री और वितरण में अनियमितताओं को रोकने के लिए काम करती है।
क्या छापेमारी के दौरान कुछ विक्रेताओं को नोटिस जारी किया गया?
हाँ, छापेमारी के दौरान चार विक्रेताओं को अनियमितता के कारण नोटिस जारी किया गया।
किसानों को उर्वरक कैसे उपलब्ध कराया जाएगा?
किसानों को उर्वरक की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है, ताकि उन्हें समय पर आवश्यक उर्वरक मिल सके।