क्या रक्षाबंधन से पहले नोएडा में मिलावटी मिठाइयों पर कार्रवाई की गई?

सारांश
Key Takeaways
- रक्षाबंधन के पर्व पर खाद्य सुरक्षा की सख्त जांच आवश्यक है।
- 365 किलो रसगुल्ला और 90 किलो मिठाई नष्ट की गई।
- 13 खाद्य नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं।
- खराब गुणवत्ता से लोगों की स्वास्थ्य सुरक्षा पर ध्यान दिया गया।
- भविष्य में ऐसे अभियान जारी रहेंगे।
नोएडा, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। रक्षाबंधन के पर्व के अवसर पर जनपद में स्वच्छ खाद्य और पेय पदार्थों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा एक सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का संचालन जिलाधिकारी मेधा रूपम के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। अब तक विभिन्न प्रतिष्ठानों से कुल 13 खाद्य नमूने एकत्र कर लिए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए लखनऊ की प्रयोगशाला भेजा गया है। जांच के दौरान खराब गुणवत्ता पाए जाने पर 365 किलो छेना रसगुल्ला और 90 किलो मिठाई को मौके पर ही नष्ट किया गया।
खाद्य द्वितीय के सहायक आयुक्त सर्वेश मिश्रा ने बताया कि आज तीन टीमों द्वारा जिले के विभिन्न भागों में जांच अभियान चलाया गया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी सैयद इबादुल्लाह, विशाल कुमार गुप्ता और अमर बहादुर सरोज की टीम ने सेक्टर 63 स्थित वृंदावन स्वीट्स से बर्फी और लड्डू का नमूना लिया। वहीं, छिजारसी स्थित संजय की छेना रसगुल्ला निर्माणशाला से छेना रसगुल्ला का नमूना एकत्र कर शेष 365 किलो रसगुल्ला को नष्ट कर दिया गया।
दूसरी टीम, जिसमें मुकेश कुमार, रविंद्र नाथ वर्मा और मालती शामिल थे, उन्होंने जेवर और जहांगीरपुर क्षेत्र में स्थित विभिन्न मिठाई दुकानों से घेवर के 5 नमूने एकत्र किये। इस दौरान मिठाइयों की गुणवत्ता की गहनता से जांच की गई।
तीसरी टीम में शैलेंद्र कुमार पांडेय, ओपी सिंह और विजय बहादुर पटेल थे। उन्होंने सालारपुर भंगेल स्थित बीकानेर स्वीट्स से पेड़ा, सेक्टर 82 स्थित कान्हाभोग से रसगुल्ला, और सोरखा सेक्टर 115 स्थित कृष्णा इंटरप्राइजेज से बूंदी लड्डू, मोहन बर्फी और बेसन रोल के नमूने लिए। जांच के दौरान बूंदी लड्डू में फंगस और मोहन बर्फी की खराब गुणवत्ता पाए जाने पर 65 किलो लड्डू और 25 किलो बर्फी को तुरंत नष्ट किया गया।
खाद्य विभाग द्वारा लिए गए सभी नमूने अब लखनऊ की प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। वहां से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद दोषी संस्थानों के खिलाफ आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी। रक्षाबंधन जैसे त्योहारी अवसर पर मिलावटी या खराब खाद्य सामग्री पर अंकुश लगाने की दिशा में यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा।