क्या नोएडा में ‘यूपी ट्रेड शो–स्वदेशी मेला 2025’ सफल रहा? 1.5 करोड़ की हुई बिक्री

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क्या नोएडा में ‘यूपी ट्रेड शो–स्वदेशी मेला 2025’ सफल रहा? 1.5 करोड़ की हुई बिक्री

सारांश

‘यूपी ट्रेड शो–स्वदेशी मेला 2025’ ने नोएडा में 1.5 करोड़ की बिक्री के साथ सफल समापन किया। असिस्टेंट कमिश्नर राजेंद्र कुमार की अध्यक्षता में आयोजित इस मेले ने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा दिया। जानें इस मेले की खास बातें और इसके पीछे की कहानी।

Key Takeaways

  • स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण मंच।
  • उद्यमियों और शिल्पकारों को पहचान मिली।
  • आर्थिक विकास में स्थानीय उत्पादों की अहमियत।
  • आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ठोस कदम।
  • सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक।

नोएडा, 18 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। नोएडा हाट सेक्टर–33ए में आयोजित दस दिवसीय ‘यूपी ट्रेड शो–स्वदेशी मेला 2025’ का शनिवार को भव्य समापन हुआ। समापन समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के असिस्टेंट कमिश्नर राजेंद्र कुमार ने की।

समारोह में यूपिकॉन कंसल्टेंट पंकज सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं मेले में भाग लेने वाले उद्यमी, शिल्पकार एवं नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। समापन अवसर पर असिस्टेंट कमिश्नर राजेंद्र कुमार ने मेले में लगे विभिन्न स्टालों का निरीक्षण किया। इन स्टालों में वन जनपद–वन उत्पाद (ओडीओपी), हस्तशिल्प, हथकरघा, माटी कला, लकड़ी शिल्प, रेडीमेड परिधान, घरेलू उपयोग की सामग्री तथा स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पाद प्रमुख रूप से प्रदर्शित किए गए थे।

उन्होंने शिल्पियों एवं महिला उद्यमियों से संवाद करते हुए उनके उत्पादों की गुणवत्ता, डिजाइन, पैकेजिंग और विपणन शैली की सराहना की। राजेंद्र कुमार ने सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले शिल्पकारों को विशेष सम्मान से नवाजा। उन्होंने कहा, “स्वदेशी मेला न केवल प्रदेश की कारीगरी और परंपरागत कौशल का दर्पण है, बल्कि यह आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उठाया गया सार्थक कदम भी है। ऐसे आयोजन स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं।”

आयोजन के दौरान नागरिकों में स्वदेशी उत्पादों को लेकर विशेष उत्साह दिखाई दिया। लोगों ने ‘लोकल के लिए वोकल’ के संकल्प को मजबूत करते हुए मनोयोग से खरीदारी की। मेले में कुल बिक्री 1,53,72,565 दर्ज की गई, जो यह दर्शाती है कि लोगों की रुचि अब देशज एवं हस्तनिर्मित वस्तुओं की ओर तेजी से बढ़ रही है। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, लाइव डेमो और शिल्प कार्यशालाओं ने मेले के आकर्षण को और भी बढ़ाया।

उपायुक्त उद्योग अनिल कुमार ने बताया कि यह दस दिवसीय आयोजन प्रदेश के शिल्पियों एवं उद्यमियों के लिए व्यापार विस्तार का मजबूत मंच सिद्ध हुआ है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों एवं आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “स्वदेशी मेले की सफलता इस बात का प्रतीक है कि सामूहिक प्रयासों से स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार तक पहुंचाया जा सकता है। भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को और व्यापक स्वरूप दिया जाएगा।”

Point of View

यह कहना उचित है कि ‘यूपी ट्रेड शो–स्वदेशी मेला 2025’ एक महत्वपूर्ण पहल है जो स्थानीय उत्पादों की पहचान को बढ़ावा देती है और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ठोस कदम है। इस प्रकार के आयोजन न केवल आर्थिक विकास में मदद करते हैं, बल्कि सांस्कृतिक समृद्धि का भी प्रतीक हैं।
NationPress
19/10/2025

Frequently Asked Questions

स्वदेशी मेला कब आयोजित हुआ?
स्वदेशी मेला 18 अक्टूबर 2025 को समाप्त हुआ।
इस मेले में कितनी बिक्री हुई?
इस मेले में कुल बिक्री 1,53,72,565 रुपये हुई।
इस मेले का मुख्य उद्देश्य क्या था?
इस मेले का उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देना और स्थानीय कारीगरों को एक मंच प्रदान करना था।
समापन समारोह की अध्यक्षता किसने की?
समापन समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश के असिस्टेंट कमिश्नर राजेंद्र कुमार ने की।
इस मेले में कौन-कौन से उत्पाद प्रदर्शित किए गए?
मेले में वन जनपद–वन उत्पाद, हस्तशिल्प, हथकरघा, और घरेलू उपयोग की सामग्री जैसे उत्पाद प्रदर्शित किए गए।