क्या नोएडा के सूरजपुर में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए हैं।
- सरकार की अनदेखी के कारण किसान आंदोलन के लिए मजबूर हैं।
- प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।
- किसान मुआवजा की मांग कर रहे हैं।
- महापंचायत शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित की जाएगी।
नोएडा, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में आज, शुक्रवार को किसानों द्वारा एक बड़ी महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। यह महापंचायत भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के तत्वावधान में हो रही है, जिसमें गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ और बागपत जैसे जिलों से बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ आ रहे हैं।
किसानों का कहना है कि सरकार एवं प्रशासन लगातार उनकी मांगों को अनसुना कर रहे हैं, जिसके कारण उन्हें अब आंदोलन करना पड़ रहा है। आज सुबह से ही किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर जिला कलेक्ट्रेट के आसपास पहुंच रहे हैं।
किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिला कलेक्ट्रेट को एक छावनी में बदल दिया गया है। किसानों को जिला कलेक्ट्रेट के नजदीक पहुंचने से रोकने हेतु कई स्थानों पर बैरिकेड्स लगाए गए हैं। पुलिस प्रशासन उन्हें बाहर ही रोकने का प्रयास कर रही है।
किसानों ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वह उनके मुद्दों पर कोई ध्यान नहीं दे रही। वे अपनी मांगों को लेकर कई बार प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दे चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
किसान संगठनों ने कहा है कि आज की महापंचायत पूरी तरह से शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से आयोजित की जाएगी, लेकिन यदि सरकार जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है, तो वे भविष्य में बड़े आंदोलन के लिए तैयार हैं।
महापंचायत को देखते हुए प्रशासन भी सजग हो गया है। सूरजपुर जिला मुख्यालय के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और ग्रेटर नोएडा के प्रमुख चौराहों पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
किसान नेताओं का कहना है कि प्रशासन और सरकार की ओर से यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के जिन गांवों की जमीन एयरपोर्ट, एक्सप्रेसवे या औद्योगिक परियोजनाओं के लिए ली गई है, उन किसानों को अब तक पूरा मुआवजा नहीं मिला है। प्रशासन ने कहा था कि जल्दी मुआवजा मिल जाएगा।