क्या ओबीसी समाज के कल्याण और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है? : चंद्रशेखर बावनकुले
सारांश
Key Takeaways
- ओबीसी समुदाय के कल्याण के लिए सरकार की प्रतिबद्धता.
- कैबिनेट उपसमिति की बैठक में सामूहिक विचार-विमर्श.
- रचनात्मक सुझाव के लिए विपक्ष से आग्रह.
- उपराष्ट्रपति चुनाव में सीपी राधाकृष्णन का समर्थन.
- मोदी सरकार की नीतियों पर जनता का भरोसा.
मुंबई, 10 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने ओबीसी समुदाय की मांगों के संदर्भ में आयोजित कैबिनेट उपसमिति की बैठक की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बैठक में छगन भुजबल, पंकजा मुंडे, अतुल सावे, जनेश नाइक, तत्ता भरणे, गुलाबराव पाटिल सहित समिति के सभी सदस्य मौजूद थे।
चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि समिति ने ओबीसी समुदाय की मांगों पर सामूहिक रूप से विचार किया और उनके समाधान के लिए एक रणनीति तैयार की। समिति का उद्देश्य समुदाय के कल्याण और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करना है।
उन्होंने आश्वासन दिया कि ओबीसी समुदाय की मांगों को गंभीरता से लिया जा रहा है और जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।
इसके अलावा, चंद्रशेखर बावनकुले ने शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत के एक ट्वीट पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "मुझे नहीं पता कि संजय राउत नेपाल गए या नहीं। भारत की संस्कृति पूरी दुनिया जानती है। यह 140 करोड़ लोगों का देश है, जहां भगवान कबीर, भगवान कृष्ण और भगवान गौतम बुद्ध की शिक्षाएं जीवित हैं। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संविधान के माध्यम से देश को और मजबूत कर रहे हैं। संजय राउत तथ्यों से परे बात करते हुए अनावश्यक विवाद उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं।"
नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की जीत पर बावनकुले ने खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, "मैं सभी राज्यसभा और लोकसभा सदस्यों को हार्दिक बधाई देता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के विकास के दृष्टिकोण को जनता से स्पष्ट जनादेश प्राप्त हुआ है। उपराष्ट्रपति चुनाव में हमारे उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को भारी समर्थन मिला। उन्हें विपक्षी दलों से भी अधिक वोट मिले, जो हमारी एकजुटता और जनता के विश्वास को दर्शाता है।"
चंद्रशेखर बावनकुले ने आगे कहा कि मोदी सरकार की नीतियों और नेतृत्व पर जनता का भरोसा आज भी कायम है। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर देश और महाराष्ट्र के विकास के लिए काम कर रही हैं। मैं विपक्ष से आग्रह करता हूं कि वे अनावश्यक विवादों के बजाय रचनात्मक सुझाव दें ताकि विकास कार्यों में तेजी लाई जा सके।